मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले महाविकास अघाड़ी के भीतर मुख्यमंत्री पद को लेकर विवाद गर्मा रहा है। उद्धव ठाकरे ने शुरुआत में मांग की थी कि चुनाव से पहले ही महाविकास अघाड़ी को अपना सीएम उम्मीदवार तय कर लेना चाहिए। लेकिन तब कांग्रेस और शरद पवार का मानना था कि इस पर चर्चा चुनाव के बाद की जाएगी और फिलहाल चुनाव पर फोकस करना चाहिए। इससे ठाकरे की दावेदारी कुछ हद तक पीछे रह गई थी।
अब कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने चुनाव के बीच में ही सीएम पद पर कांग्रेस का दावा ठोकते हुए कहा है कि कांग्रेस की ओर से ही अगला मुख्यमंत्री होगा। उनका कहना है कि महाविकास अघाड़ी को जीत मिलेगी और कांग्रेस इस बार सीएम पद की हकदार है। मीडिया से बातचीत में चव्हाण ने बताया कि एक वरिष्ठ आरएसएस नेता ने उन्हें बीजेपी में शामिल होने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया और कहा कि वह कांग्रेस में ही बने रहेंगे। इसके साथ ही उन्होंने अपनी दक्षिण कराड़ सीट पर बीजेपी उम्मीदवार अतुल भोसले के साथ कड़ी टक्कर की बात भी स्वीकार की। भोसले का दावा है कि यदि वे जीतते हैं, तो क्षेत्र के लिए अधिक फंड लाएंगे। इस पर चव्हाण का कहना है कि बीजेपी केवल वादे और होर्डिंग्स के जरिए प्रचार कर रही है, जबकि असलियत में ज़मीन पर काम नहीं दिख रहा है।
उद्धव ठाकरे ने भी पहले ही यह साफ कर दिया था कि सीएम पद का फैसला केवल सीटों की संख्या के आधार पर नहीं होना चाहिए। उनका संकेत था कि चाहे कांग्रेस को सबसे ज्यादा सीटें ही क्यों न मिलें, लेकिन मुख्यमंत्री पद पर दावा उनका भी रहेगा। सीट बंटवारे पर कांग्रेस और उद्धव गुट के बीच खींचतान भी रही, और आखिरकार दोनों दलों के बीच मामूली अंतर से सीटें बांटी गईं, जिसे उद्धव गुट अपनी मजबूती के रूप में देख रहा है। हालांकि, अंतिम स्थिति चुनाव के नतीजों के बाद ही साफ हो पाएगी।
'90% मुसलमान हैं, सेकुलरिज्म की क्या जरूरत..', जो बांग्लादेश में हो रहा, भारत में भी...?
'संविधान बदलने के लिए मांग रहे थे 400 सीट, इसलिए हमने..', क्या बोले शरद पवार?
'गीता सिर्फ धार्मिक ग्रन्थ नहीं है..', राज्य में गीता प्रतियोगिता पर बोले सीएम मोहन यादव