पटना: राष्ट्रीय लोक जनता दल (RLJD) के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने एक बार वापस बिहार के सीएम नीतीश कुमार और विपक्षी एकता पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होने कहा कि भले ही 12 जून को विपक्षी दलों की मीटिंग होनी है, मगर इसका कोई फल नहीं निकलेगा। क्योंकि विपक्षी एकता में जितनी पार्टी हैं, उतने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार हैं। ऐसे में एक उम्मीदवार को पीएम का चेहरा बनाना बेहद कठिन है। नीतीश कुमार बस प्रयास कर रहे हैं, करते रहेंगे।
रिपोर्ट के अनुसार, उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि नीतीश कुमार को भी पता है कि होना कुछ नहीं है, बस लगे पड़े हैं। विपक्षी दलों की जो आतंरिक स्थिति है, उसका कोई परिणाम नहीं निकलने वाला है। और ये बात आखिरी दिन तक सच रहेगी। वहीं, लालू यादव की पार्टी RJD पर निशाना साधते हुए कुशवाहा ने कहा कि जिस प्रकार RJD ने संसद की तुलना ताबूत से की है। ये देश का कोई भी नागरिक स्वीकार नहीं करेगा। पॉलिटिक्स अपनी जगह है। मगर, देश का अपमान नहीं सहन किया जाएगा। पीएम मोदी के पद पर टिप्पणी जनतंत्र के खिलाफ टिप्पणी है। और RJD ये सब जानबूझ कर रहा है।
उपेंद्र कुशवाहा ने JDU को डूबती नाव बताया है। धीरे-धीरे नेता JDU को छोड़ रहे हैं। हाल ही में मुनाजिर हसन ने जेडीयू से त्यागपत्र दिया है। JDU 4-5 लोगों की पार्टी बची है। बाकी नेताओं को तो JDU का सदस्य ही नहीं मनाते, जैसे मेरे साथ हुआ था, कहा गया था कि पार्टी में मैं कोई पदाधिकारी ही नहीं हूं। आने वाले समय में ये पार्टी खाली हो जाएगी। 4-5 नेताओं को छोड़कर कोई JDU में दिखाई नहीं देगा।
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