बढ़ती उम्र में कई सारी परेशानी सामने आती हैं जिनका इलाज करना जरुरी होता है. आँखों की बात करें तो कई बार रात में दिखाना बंद हो जाता है जिससे कई सारी सस्य होने लगती है. आपको बता दें, नाभी एक अद्भुत भाग है. नाभी के पीछे की ओर पेचूटी या navel button होता है. जिसमें 72000 से भी अधिक रक्त धमनियां स्थित होती है. इसका कई तरीके से इलाज किया जा सकता है. नाभी में गाय का शुध्द घी या तेल लगाने से बहुत सारी शारीरिक दुर्बलता का उपाय हो सकता है. तो चलिए जानते हैं नाभि में घी डालने का क्या फायदा होता है.
नाभी में तेल डालने का कारण
* हमारी नाभी को मालूम रहता है कि हमारी कौनसी रक्तवाहिनी सूख रही है,इसलिए वो उसी धमनी में तेल का प्रवाह कर देती है.
* जब बालक छोटा होता है और उसका पेट दुखता है तब हम हिंग और पानी या तैल का मिश्रण उसके पेट और नाभी के आसपास लगाते थे और उसका दर्द तुरंत गायब हो जाता था.बस यही काम है तेल का.
* घी और तेल नाभी में डालते समय ड्रापर का प्रयोग करें, ताकि उसे डालने में आसानी रहे.
* घुटने के दर्द में उपाय :
सोने से पहले तीन से सात बूंद इरंडी का तेल नाभी में डालें और उसके आसपास डेढ ईंच में फैला देवें.
* शरीर में कमपन्न तथा जोड़ोँ में दर्द और शुष्क त्वचा के लिए उपाय :
रात को सोने से पहले तीन से सात बूंद राई या सरसों कि तेल नाभी में डालें और उसके चारों ओर डेढ ईंच में फैला देवें.
* मुँह और गाल पर होने वाले पिम्पल के लिए उपाय:
नीम का तेल तीन से सात बूंद नाभी में उपरोक्त तरीके से डालें.
कई रोगों को दूर करने में लाभकारी है काले चने का पानी