नरसिंहपुर से संदीप राजपूत की रिपोर्ट
नरसिंहपुर। यह दास्तां गरीबी में अपना जीवन यापन करते हुए जीते हुए उस इंसान की है जिसकी गरीबी का फायदा उठाकर उसके साथ धोखाधड़ी की गई है । धोखाधड़ी के शिकार हुए देवी सिंह कहार के बताये अनुसार वह नरसिंहपुर शहर के गयादत्त वार्ड में अपने कच्चे मकान में निवास कर रहा था तब वर्ष 2019-20 में उसे शासन की योजना के तहत प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाने के लिए अपने परिचित व्यक्ति को उसने अपना आधार कार्ड, बैंक पासबुक, मतदाता परिचय पत्र, राशन कार्ड आदि दस्तावेज दिए थे।
तब उस व्यक्ति ने अपनी पहुंच के चलते नगरपालिका से प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाया जिसके लिए हितग्राही प्रमाण पत्र भी प्रदान किया गया उसके मकान की दो किस्तें आई और उसने अपने मकान का निर्माण चालू किया और मकान का कुछ निर्माण कर पाता कि कुछ ही दिन बाद उसके नाम से बुलेट मोटरसाइकिल लोन से लेने की क़िस्त चुकाने के नोटिस आने लगे उसने इसकी जानकारी की तो पता चला कि उसने पीएम आवास योजना के तहत आधार कार्ड, बैंक पासबुक, मतदाता परिचय पत्र, राशन कार्ड आदि दस्तावेज जिस को दिए थे उस ने उसके नाम पर पीएम आवास योजना का लाभ दिलाने के नाम पर उसके कागजात पर बुलेट गाड़ी लोन लेकर उठा ली थी, तब उसने यह बात की जानकारी पता कि कहा कि यह क्या हो गया मेरे नाम से यह कैसे लोन ले लिया मैंने तो गाड़ी उठाई नहीं है तब उसे डराया जाता है धमकाया जाता है और मामला रफा दफा किये जाने की बात की जाती है।
किन्तु उसके द्वारा किये गये कोरे स्टाम्प पेपर पर दस्तखत से उक्त स्टाम्प पेपर पर की गई लिखा पढ़ी के चलते उसे उसके निर्माणाधीन पीएम आवास से बेदखल कर किसी अन्य दूसरी जगह पर मकान दिलाये जाने का आश्वासन देकर वहां से हटवा दिया जाता है । इस बात की शिकायत वह पुलिस के आला अधिकारियों तक करता है,तब उसके नाम से उठी बुलेट गाड़ी की क़िस्त तो आना बंद हो जाती हैं , वावजूद उसके वह गरीब अपने साथ हुए छल से अपने नाम का मकान होने की उम्मीद बनाये रखते हुए कई जगह गुहार लगाता फिरता है फिर उसे भटिया टोला स्थित आईएचएसडीपी के मकानों में जिस जगह पर आज वह निवास करता है उसे आश्वासन दिया जाता है कि वह मकान उसके नाम करा दिया जाएगा और अब वह इस बात को किसी से न कहे किन्तु इतना समय बीत जाने के बाद भी आज वह अपने जिस मकान में रहते हुए भी अपने मकान का मालिक नहीं है उसके नाम से जिस प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिला था वह भी किसी दूसरे के कब्जे में है ऐसे में उसे न्याय की उम्मीद शहर के संभ्रांत और सम्मानीय जन और जिम्मेदार अधिकारी हैं,उनसे ही बनी हुई है, अब देखना यह है कि देवी सिंह कहार अपने गयादत्त स्थित अधूरे पड़े पीएम आवास में पूर्ण निर्माण कर कब पहुंच पाता है।
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