कोर्ट व्दारा लागू नियम के तहत 1 अप्रैल से बीएस-3 वाहनों की बिक्री और रजिस्ट्रेशन रोक दिया गया है। अब भारत में बीएस-4 वाहन ही बनेंगी और सिर्फ इन्हीं वाहनों की बिक्री की जाएगी। इसके बाद सरकार की अगली योजना साल 2020 तक देश में बीएस-4 के बाद सीधा बीएस-6 लागू करेगी। जिससे वाहनों के फ्यूल से निकलने वाले प्रदूषण पर नियंत्रित किया जा सके। आइए जाने बीएस-4 और बीएस-6 के फायदे-
बीएस-4 के लाभ-
आपको बता दे कि बीएस-3 वाहनों से जो धुआं निकलते हैं, वो हमारी आस-पास के वातावरण को प्रदुषित करता जो सेहत के लिए घातक हैं। इस धुएं की वजह से कई बिमारियां जन्म लेती है जैसे आंखो में जलन, नाक में जलन, सिरदर्द, फेंफड़ो की बीमारी, और उल्टी आना। इन सबको देखते हुए सरकार ने 1 अप्रैल बीएस-4 वाहन वाहन बनाने और चलाने का आदेश दिया। जिससे इस तरह की बिमारियों से बचा जा सकता है।
बीएस- 6 के लाभ-
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि एक अप्रैल से भारत में बीएस-4 लागू कर दिया है तो वही 2020 तक सरकार बीएस-5 की जगह अब बीएस-6 लेकर आएगी। जैसा कि आप सभी जानते है कि पेट्रोल अपेक्षा डीजल वाहन वातावरण को ज्यादा प्रदूषित करता हैं और जब बीएस-6 लागू होगा तो पेट्रोल और डीजल कारों के बीच ज्यादा अंतर नहीं रह जाएगा। और इससे डीजल वाहनों से 68 प्रतिशत और पेट्रोल कारों से 25 प्रतिशत तक नाइट्रोजन ऑक्साइड का उत्सर्जन रोका जा सकता हैं।
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