अक्सर आपने देखा होगा कि करी बनाते समय इसमें ख़ास तरह का पत्ता डाला जाता है जिससे सब्जी की खुशबु बढ़ जाती है. साउथ इंडियन डिशेज़ जैसे के सांभर में भी इसका बहुत ज्यादा उपयोग किया जाता है. ज्यादातर भारतीय इसे मीठा नीम के नाम से जानते है. इसके पत्तों में कई सारे औषधीय गुण भी पाए जाते हैं। करी पत्ता से प्रोटीन, कैल्शियम, मैग्नेशियम, फॉस्फोरस, आयरन, कॉपर आदि मिलते है। यह विटामिन का भी बहुत अच्छा स्त्रोत है और इसमें विटामिन ए,बी,सी और ई प्रचूर मात्रा में पाए जाते हैं। करी पत्ते में मौजूद पोषक तत्व बालों को जल्दी सफेद नहीं होने देते और झडऩा भी कम हो जाता है।
डैड्रफ भी नहीं होती। करी पत्ता के विशेष तत्व ल्यूकेमिया , प्रोस्टेट कैंसर तथा कोलोरेक्टल कैंसर आदि से बचाव करने में सक्षम पाए गए है। यह ब्लड में गुड कोलेस्ट्रोल की मात्रा बढ़ाकर दिल से जुड़ी बीमारियों से बचाने में मददगार है। करी पत्ते में मौजूद फाइबर इन्सुलिन को प्रभावित करके ब्लड-शुगर लेवल को कम करता है। करी पत्ता एंटी ऑक्सिडेंट, एंटी बैक्टीरियल और एंटी फंगल होता है। इससे त्वचा को फायदा मिलता है।
किसी भी कारण से आपका लीवर कमजोर हो गया है तो करी पत्ता आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। इसमें मौजूद विटामिन ए और सी लीवर को दुरुस्त करने में मदद करते हैं। यह सीने से कफ को बाहर निकालता है। लाभ के लिए एक चम्मच शहद को एक चम्मच करी पत्ते के रस में मिलाकर प्रयोग करें। करी पत्ता मोटापे की समस्या को दूर करता है। रोजाना इन पत्तों को चबाने से वजन कम होता है। थाइलैंड और चीन में चिकित्सा के लिए इस्तेमाल होने वाले कुछ पौधों पर किए शोध से पता चला कि वे फेफड़ो के कैंसर से ग्रस्त रोगियों के इलाज में सहायता करता है.