नई दिल्ली : आज नोटबंदी को एक वर्ष पूर्ण हो गया. जहाँ विपक्ष इसे देश के लिए नुकसानदायक बताते हुए आज काला दिवस मना रहा है ,वहीँ प्रधानमंत्री कार्यालय ने नोटबंदी के लाभ बताते हुए कहा कि नोटबंदी के बाद बैंकों ने अपनी ब्याज दरों में करीब एक प्रतिशत तक कमी की है.
उल्लेखनीय है कि सरकार ने गत वर्ष 8 नवंबर को 500 और 1,000 रुपये के नोट बंद करने की घोषणा की थी इस बारे में पीएमओ ने ट्वीट कर जानकारी दी कि नोटबंदी के बाद 1 जनवरी को भारतीय स्टेट बैंक ने धन की सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (एमसीएलआर) में 0.9 प्रतिशत कटौती की थी. बाद में दूसरे बैंकों ने भी ऐसा ही किया था. कर्ज सस्ता हुआ है, इस दौरान कर्ज पर ब्याज दर में करीब एक प्रतिशत की कमी आई है.
नोटबंदी के फायदों में यह भी कहा गया कि इससे रीयल ऐस्टेट के दाम कम हुए हैं. देशभर में शहरी स्थानीय निकायों का राजस्व करीब तीन से पांच गुना तक बढ़ गया. पीएमओ ने यह भी कहा कि अगस्त 2017 में डेबिट कार्ड से लेन-देन 50 प्रतिशत बढ़कर 26.55 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जबकि पिछले साल इसी माह में यह 13.05 प्रतिशत ही बढ़ा था. यही नहीं डिजिटल भुगतान का मूल्य भी 48 प्रतिशत बढ़कर 35,413 करोड़ रुपये हो गया.
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