खेलों के लिहाज से भारत के लिए वर्ष 2021 बेहतरीन रहा। ओलंपिक में इंडियन एथलीटों ने शानदार प्रदर्शन किया। जैवलीन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने इंडिया के 121 वर्ष के ओलंपिक इतिहास में ट्रैक एंड फील्ड में पहला मेडल जीता और वह भी गोल्ड के रूप में। जिसके अतिरिक्त पुरुष हॉकी हो या महिला हॉकी दोनों में ही टीमों ने इतिहास रच दिया है। इन कामयाबियों ने इंडियन फैंस को न सिर्फ खुशी दी, बल्कि कई मौकों पर रुला चुका है। नीरज के गोल्ड जीतने के उपरांत पोडियम पर जब भारतीय ध्वज लहराया और राष्ट्रगान बजा, तो हर भारतीय का सिर गर्व से ऊंचा हो चुका है।
बीते दो ओलंपिक से भारतीय दल कुछ खास नहीं कर पाए थे। 2012 ओलंपिक में इंडिया ने कुल 3 मेडल और 2016 में सिर्फ दो मेडल भी जीत लिए थे। इस बार भी फैंस कोई खास उम्मीद लगाए नहीं बैठे थे। ओलंपिक की शुरुआत हुई और पहले दिन ही वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने भारत को सिल्वर मेडल जिताया था।
इस धमाकेदार शुरुआत ने फैंस के मन में उम्मीद को और भी बढ़ा दिया है। मीराबाई ओलंपिक में मेडल जीतने वाली इंडिया की दूसरी महिला वेटलिफ्टर बन चुकी है। इससे पहले वर्ष 2000 में सिडनी ओलंपिक में कर्णम मल्लेश्वरी ने भारत को ब्रॉन्ज मेडल दिलाया था। मीराबाई ने जिस वक्त सिल्वर पर अपना लिख लिया है, उस वक्त लाखों भारतीयों के फैंस आंसू से भर चुके है। यह जीत की खुशी के आंसू थे।
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