बैतूल: मध्य प्रदेश के बैतूल सामूहिक दुष्कर्म और पीड़ित नाबालिग के आत्मदाह मामले में आज बैतूल कोतवाली पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए तीन आरोपियों को विशेष न्यायालय में पेश किया गया. जहां अदालत ने आरोपियों को 29 फरवरी तक के लिए पुलिस रिमांड पर सौंप दिया. घटना की आगे जांच के लिए आरोपियों को पुलिस रिमांड पर लेने का प्रयास कर रही थी. इसके लिए कोर्ट में आवेदन किया था.
वहीं, घटना के 30 घंटे बाद भी पुलिस को पीड़िता के साथ किए गए सामूहिक दुष्कर्म के घटनास्थल की जानकारी नहीं मिल पाई है. यह भी खुलासा हुआ है कि पीड़िता घटना के दो दिन पूर्व 24 फरवरी को कोतवाली थाना पहुंची थी. पुलिस ने कहा है कि वह 24 फरवरी की रात पुलिस से घर जाने के लिए सहायता मांगने के लिए आई थी. इस दौरान बैतूल में निवासी उसके मामा को भी बुलाया गया था. जिसके बाद पीड़िता को पुलिस वाहन से उसके घर पहुंचाया गया था. इस दौरान भी पीड़िता ने पुलिस को कुछ नहीं बताया था.
इसके बाद अब सवाल उठ रहा है कि रात 11 बजे कोतवाली पहुंची पीड़िता की यदि सही से काउंसलिंग की जाती तो शायद वह घटना को लेकर कोई बात अवश्य बताती. वह 11 बजे तक बैतूल में क्यों और क्या कर रही थी, इसका उत्तर भी पुलिस के पास नहीं है. SP बैतूल डीएस भदौरिया ने बताया कि पुलिस ने उसकी सहायता ही की थी. आरोपियों का पुलिस रिमांड मिलने पर घटनास्थल सहित अन्य साक्ष्य जुटाए जाएंगे.
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