आप सभी इस बात को तो जानते ही होंगे कि सावन खत्म होने में केवल दो दिन बचे हैं. जी हाँ, 15 अगस्त को सावन खत्म हो जाएगा. ऐसे में श्रावण का महीना खत्म होते है भादों यानि भाद्रपद का माह शुरू हो जाता है. आपको बता दें कि हिंदू पंचांग में यह महीना छठा महीना होता है और जैसे सावन मास भगवान शिव को प्रिय है, ठीक उसकी तरह भादों का महीना भगवान कृष्ण का महीना माना जाता है. कहते हैं इसी मास में श्री कृष्ण जन्माष्टमी का त्यौहार मनाते हैं और भादों 16 अगस्त 2019 से 14 सितम्बर 2019 तक रहेगा. तो आइए जानते हैं इस दौरान के त्यौहार.
कजली या कजरी तीज - आपको बता दें कि भाद्रपद की कृष्ण तृतीया को कजली तीज के नाम से भी जाना जाता है और इस त्यौहार को राजस्थान के कई क्षेत्रों में विशेष रूप से मनाया जाता है और यह इस बार 18 अगस्त को मनाया जा रहा है.
जन्माष्टमी - भाद्रपद में पड़ने वाला व्रत अष्टमी या जन्माष्टमी के नाम से जाना जाता है और यह उपवास पर्व उत्तरी भारत में विशेष महत्व रखता है और यह 24 अगस्त को मानाया जाने वाला है.
अजा एकादशी - कृष्ण एकादशी को अजा एकादशी कहा जाता है और यह एकादशी इस वर्ष 26 अगस्त को आने वाला है.
भाद्रपद अमावस्या - भाद्रपद मास की अमावस्या पितृ शांति के लिये पिंड दान, तर्पण आदि धर्म कर्म के कामों के लिये काफी शुभ फलदायी मानी जाती है और यह अमावस्या 30 अगस्त को है.
हरतालिका तीज - हरतालिका तीज पर माता पार्वती के रूप गौरी की पूजा की जाती है और यह 1 सितंबर को मनाया जाने वाला है.
गणेश चतुर्थी - भाद्रपद माह में शुक्ल पक्ष की चतुर्थ तिथि को गणेश चतुर्थी मनाई जाती है और यह पर्व 2 सितंबर को मनाएंगे.
ऋषि पंचमी- भाद्रपद माह की शुक्ल पंचमी को ऋषि पंचमी के नाम से जाना जाता है और इस बार यह 3 सितंबर को है.
पदमा एकादशी - भादों में देवझूलनी एकादशी मनाई जाती है और इस साल यह 9 सितम्बर को है.
अनंत चतुर्दशी - भाद्रपद चतुर्दशी तिथि, शुक्ल पक्ष, पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र में अनंत चतुर्दशी का उपवास करते हैं और इस साल यह 12 सितंबर को है.
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