लखनऊ। उत्तरप्रदेश में केसरिया रंग में सरकारी कार्यालयों, बसों को रंगने का सिलसिला अभी भी जारी है। मिली जानकारी के अनुसार, अब शिक्षा विभाग के कुछ अधिकारियों ने 100 से भी अधिक प्राथमिक विद्यालयों को भगवारंग में रंग दिया है। अधिकारियों द्वारा, विद्यालयों की दीवारों को भगवा रंग में रंगने हेतु सर्कुलर जारी कर दिया गया। हालांकि कुछ समय बाद, इसे वापस ले लिया गया।
जब इस निर्णय का अधिक विरोध हुआ तो, सरपंच ने रंगरोगन की जिम्मेदारी ले ली और, फिर शालाभवनों को रंग कर दिया गया। इन भवनों को केसरिया रंग में रंगा गया है। अब कहा जा रहा है कि, जिन शाला भवनों को भगवा रंग में रंगा गया है, उन पर फिर से सफेद रंग कर दिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि, सीएम योगी आदित्यनाथ के कार्यालय को, भगवान रंग में रंगने का निर्णय लिया गया था जिसके बाद, से सरकार ने सीएम के कार्यालय को भगवा रंग दिया था। यही नहीं राज्य में, परिवहन के तौर पर प्रारंभ की गई नई बस सेवा में जिन बसों की शुरूआत की गई, उन पर केसरिया रंग किया गया था।
जिसके बाद से ही यह चर्चा की जा रही थी कि, सरकार विभिन्न शासकीय इमारतों, भवनों और कार्यालयों के भगवाकरण का प्रयास कर रही है। विपक्ष ने इस मामले को जमकर उठाया था। दूसरी ओर, राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के विभिन्न स्कूलों में प्रतियोगिताऐं आयोजित करने का निर्णय लिया है।
जिसके तहत, श्रीमदभगवत गीता पर आधारित गायन प्रतियोगिता करवाने का आदेश भी जारी कर दिया गया है। स्कूलों के भवनों पर रंग रोगन करने के मामले में कहा गया है कि, आयोजन को लेकर जो भी खर्च आएगा उसे विभिन्न स्कूलों से संबंधित अधिकारियों को ही चुकता करना होगा।
आंबेडकर के फोटो लगाने को लेकर योगी ने दिए निर्देश
यूपी के स्कूलों मे सुनाई देगी ‘भगवद् गीता’