देवघर : राम मंदिर बनाने का मामला लगातार बढ़ता जा रहा हैं। इस मुद्दे को लेकर नेता राजनीति करने पर उतर आए हैँ। इस बात को देखते हुए आरएसएस प्रमुख डॉ मोहन भागवत ने कहा की राम का मंदिर उनके जन्मभूमि पर ही बनना चाहिए। भागवत का कहना कि हम अरब, वाशिंगटन या फिर किसी दूसरी जगह पर भगवान राम का मंदिर नहीं बनाना चाहते। राम मंदिर के निर्माण के खिलाफ कोई मतपंथ नहीं खड़ा है। इस्लाम या ईसाइयत की मनाही नहीं है। इसका विरोध इस पर राजनीति, कट्टरपंथ, गुंडागर्दी करने वाले लोग ही कर रहे हैं।
उनका कहना है कि हम सनातन धर्म के लोग सभी देश और विश्व का कल्याण करना चाहते हैं, इसलिए ऐसी शक्ति खड़ी करनी होगी कि कोई भी बड़ी शक्ति हमसे टकराये नहीं। साथ ही ये भी कहा कि हिंदू धर्म सभी का समान रूप से आदर करता है। भागवत का कहना है कि यदि देश का विकास करना है तो अपने अहंकार, स्वार्थ से पीछा छुड़ाना होगा।
साथ ही उन्होनें ये भी कहा कि ये सिर्फ राम मंदिर या गोहत्या रोकने की बात नहीं है बल्कि मानवता के मूल्यकारी दुनिया को दिखाने वाले सनातन धर्म को लेकर सारी दुनिया अपने पूजा पाठ, इबादत को भजायेगी। इससे किसी को उच-नीच की जाति का कहर नही झेलना पड़ेगा। इस अवसर पर साध्वी प्राची, समागम के संयोजक उज्ज्वल शांडिल्य जी महाराज, राष्ट्रीय मुसलिम मंच के संयोजक डॉ अफजल और मुस्तफा खान द्वारा संबोधित किया। इस आयोजन के दौरान अतिथियों का मंत्री रणधीर सिंह ने स्वागत किया। बता दे कि इस कार्यकम का आयोजन धर्म संस्कृति रक्षा समिति व्दारा आय़ोजित किया गया था।
राम मंदिर पर कल्बे सादिक का बड़ा बयान, मुसलमान मस्जिद नहीं देश बनाऐं
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