भानुप्रतापपुर: कांग्रेस एवं बीजेपी के उम्मीदवारों को मिलाकर कुल 39 उम्मीदवारों ने भानुप्रतापपुर विधानसभा उप-चुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया है। 17 नवंबर नामांकन कराने का अंतिम दिन था। 21 नवंबर को नाम वापसी के पश्चात् कितने प्रत्याशी मैदान में रह जाएंगे, यह स्पष्ट होगा। कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर सावित्री मंडावी ने और बीजेपी की ओर से ब्रम्हानंद नेताम ने पर्चा दाखिल किया है। यहां मुकाबला तो बीजेपी एवं कांग्रेस में ही है, किन्तु सर्व आदिवासी समाज के प्रत्याशी के नामांकन से माहौल कुछ गर्म है।
भानुप्रतापपुर सीट से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से जलींधर जुर्री, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के उम्मीदवार घनश्याम जुर्री, आंबेडकराईट पार्टी ऑफ इंडिया से शिवलाल पुड़ो, राष्ट्रीय जनसभा पार्टी से डायमंड नेताम द्वारा नामांकन दाखिल किया गया है। इसके अतिरिक्त निर्दलीय उम्मीदवार जीवनराम ठाकुर, लक्ष्मीकांत गावड़े, महत्तम कुमार दुग्गा, रोहित कुमार नेताम, दुर्योधन दर्रो, सेवालाल चिराम, दिनेश कुमार कल्लो, बलराम तेता, रेवतीरमन गोटा, ध्रुव कुमार मण्डावी, संपतलाल दर्रो।
वहीं देवप्रसाद जुर्री, प्रमेश कुमार टेकाम, जैसिंग नेताम, विष्णु राम कुमेटी, जीवन लाल गावड़े, अर्जुन सिंह, नूतन प्रेम प्रकाश गावड़े, आयनु राम ध्रुव, नागेश कुमार माहला, नंदकुमार गावड़े, देवेंद्र कुमार मण्डावी, रोशन लाल नेताम, शिवचंद तारम, रामचंद कल्लो, रामनाथ दर्रो, अकबर कोर्राम, दुर्गा प्रसाद बढ़ाई, मनोज कुमार गंगवंशी, गौतम कुंजाम, नागेश्वर कुमेटी, मोतीराम कोरोटी तथा महेंद्र कुमार मण्डावी ने भी नामांकन भरा है। भानुप्रतापपुर उपचुनाव के लिए पांच दिसंबर को मतदान होगा तथा मतों की गिनती 8 दिसंबर को होगी। इस चुनाव में भानुप्रतापपुर-अंतागढ़-पखांजूर की जनता को बेहद उम्मीदें है कि कांकेर जिले का विभाजन कर भानुप्रतापपुर को नया जिला बनाने का ऐलान हो सकता है, हालांकि यह मांग बहुत पुरानी है।
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