भारतीय भारोत्तोलक भराली बेदब्रते ने विश्व यूथ चैंपियनशिप में पुरुषों के 67 किग्रा भार वर्ग में कांस्य पदक अपने नाम कर लिया है। इंडिया के 15 साल के भारत्तोलक ने सोमवार रात कुल 276 किग्रा भार उठाकर कांसे का तमगा भी अपने नाम कर लिया है। खबरों का कहना है कि भराली ने स्नैच में 119 किलोग्राम भार उठाया, जबकि क्लीन एंड जकर् में उन्होंने 148 किग्रा की लिफ्ट को सफलतापूर्वक अंजाम दे डाला।
बता दें कि अर्मेनिया के शेरोजा बारसेग़्यान ने 275 किग्रा (128 किग्रा + 147 किग्रा) के साथ गोल्ड जबकि सऊदी अरब के मोहम्मद अल मरज़ौक ने 270 किग्रा (119 किग्रा + 148 किग्रा) के कुल भार के साथ सिल्वर मेडल ही अपने नाम किया। भाराली ने क्लीन एंड जकर् वर्ग में भी 148 किग्रा का सर्वश्रेष्ठ भार उठाकर कांस्य पदक जीता। महाद्वीपीय और विश्व चैंपियनशिप में स्नैच, क्लीन एंड जर्क और कुल लिफ्ट के लिये अलग से मेडल दिए जाते हैं, जबकि ओलंपिक खेलों में सिर्फ कुल लिफ्ट का पदक दिया जाता है। इस भार वर्ग में राष्ट्रमंडल खेल 2022 के चैंपियन जेरेमी लालरिनुंगा के नाम कुल (306 किग्रा), स्नैच (140 किग्रा) और क्लीन जर्क (166 किग्रा) का यूथ वर्ल्ड रिकॉर्ड हैं।
इसके पहले ख़बरें थी कि ज्योश्ना ने स्नैच वर्ग में सिल्वर मेडल जीता लेकिन वह क्लीन एवं जर्क वर्ग में 7 भारोत्तोलकों में छठे स्थान पर थीं। वहीं धनुष ने पुरूषों की 49 किग्रा स्पर्धा में कुल 200 किग्रा (88 किग्रा और 112 किग्रा) का वजन उठा लिया जिससे वह फिलीपींस के प्रिंस के. डेलोस सांतोस और इरोन बोरेस से पीछे तीसरे स्थान पर रहे। इस 16 साल के भारोत्तोलक ने स्नैच वर्ग में सिल्वर मेडल जीता। युवा चैम्पियनशिप में 13 से 17 वर्ष के भारोत्तोलक भाग ले सकते हैं। महाद्वीपीय और विश्व चैम्पियनशिप में स्नैच, क्लीन एवं जर्क तथा कुल वजन वर्ग में मेडल अलग अलग दिए जाते हैं लेकिन ओलंपिक खेलों में कुल वजन वर्ग के लिये केवल एक पदक भी प्रदान किया जा रहा है।
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