नई दिल्ली : एससी/एक्ट को मूल रूप में फिर से बहाल करने को लेकर स्वर्णों में नज़राज़गी देखीं जा रही है. इसी का विरोध करने के लिए आज स्वर्णो ने भारत बंद बुलाया है. इस विरोध में सबसे आगे मध्यप्रदेश है. या यूं कहे सबसे उग्र झेत्र मध्य प्रदेश है. मध्यप्रदेश के अलावा छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भी सवर्ण आंदोलन में शामिल होने लगे हैं
SC/ST एक्ट में संशोधन क्या है.
- एससीएटी एक्ट को बनाने का मुख्य कारण समाज के दलित और वंचित समुदायों को न्याय दिलाना था.
- इस नियम में सुप्रीम कोर्ट ने संसोधन करते हुए कुछ बदलाव किये थे.
- बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई करते हुए एससी/एसटी एक्ट में तत्काल गिरफ्तारी न किए जाने का आदेश दिया था. सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि तत्काल गिरफ्तारी की बजाय पुलिस को 7 दिन के भीतर जांच करनी चाहिए और फिर आगे की कार्यवाही होने चाहिए.
- इस एक्ट को बनाते हुए छआछूत को भी अपराध माना गया था.
केंद्र सरकार का रुख
सुप्रीम कोर्ट का फैसला पलटते केंद्र सरकार ने हुए एससी/एसटी एक्ट को वापस मूल रूप में पारित कर दिया. हाल ही में ये संशोधित एससी/एसटी (एट्रोसिटी एक्ट) फिर से लागू किया है. अब फिर से इस एक्ट के चलते बिना जांच गिरफ्तारी संभव हो गई है.
बता दें कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट भी कह चुका है कि इस गिरफ्तारी वाले प्रावधान की वजह से कई बार इस एक्ट के दुरुपयोग के मामले भी प्रकाश में आए हैं. सुप्रीम कोर्ट ने इस बात को ही ध्यान में रखते हुए गिरफ्तारी से पहले जांच की बात कही थी.
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