26 फरवरी 2021 (शुक्रवार) को कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (सीएआईटी) भारत बंद के खिलाफ, अन्य चीजों के अलावा, ईंधन की बढ़ती कीमतों, नए ई-वे बिल, गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) का अवलोकन करेगा।
कल भारत बंद के लिए सीएआईटी के आह्वान के जवाब में अनुमानित संख्या 40,000 व्यापार संघों ने अपना समर्थन देने का फैसला किया है। ऑल इंडिया ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन -संगठित सड़क परिवहन कंपनियों की सर्वोच्च संस्था- भी कल के बंद का समर्थन करेगी और चक्का जाम (सड़क बंद) का आयोजन करेगी।
कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के साथ-साथ ऑल इंडिया ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन नए ई-वे बिल को खत्म करने या इससे कुछ नियमों को खत्म करने की मांग कर रहा है। 1 अप्रैल 2018 से माल की अंतरराज्यीय आवाजाही के लिए ई-वे बिल प्रणाली राष्ट्रव्यापी लागू की गई है। उन्होंने सरकार से ईंधन की कीमतों पर भारी कर वापस लेने और इसे पूरे भारत में एक समान बनाने की अपील भी की है। जीएसटी को 'सबसे जटिल कराधान प्रणालियों में से एक' बताते हुए, प्रदर्शनकारी जीएसटी प्रणाली की समीक्षा और कर स्लैब के सरलीकरण चाहते हैं।
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