सरकार की नीतियों के खिलाफ श्रमिक संगठनों ने भारत बंद बुलाया है। आप सभी को बता दें कि दो दिनों के भारत बंद के चलते सोमवार और मंगलवार को बैंक बंद रहेंगे। जी हाँ और इसके अलावा कोयला, इस्पात, तेल, दूरसंचार, डाक, आयकर, तांबा और बीमा सेक्टर्स के श्रमिक संघों ने भी बंद का आह्वान किया है। आप सभी को बता दें कि ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस के अनुसार हड़ताल में औपचारिक और अनौपचारिक दोनों क्षेत्रों के 20 करोड़ से अधिक श्रमिकों की भागीदारी की उम्मीद है।
वहीं इस मामले में एटक की नेता अमरजीत कौर का कहना है कि, 'इस हड़ताल को झारखंड, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के कोयला खनन क्षेत्रों के अलावा असम, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, बिहार, पंजाब, राजस्थान, गोवा और ओडिशा के औद्योगिक क्षेत्रों से भी समर्थन मिल रहा है।' इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि बैंकों एवं बीमा क्षेत्र की सेवाएं भी हड़ताल की वजह से प्रभावित हुई हैं। इसके अलावा स्टील एवं तेल क्षेत्रों पर इसका आंशिक असर देखा जा रहा है। केवल यही नहीं बल्कि इस हड़ताल ने बैंकों के कामकाज पर भी असर डाला है। हालांकि यह असर आंशिक रूप से ही देखा जा रहा है क्योंकि बैंक कर्मचारी संगठनों का एक हिस्सा ही इस हड़ताल का साथ दे रहा है।
आप सभी को बता दें कि दो दिन के भारत बंद को हरियाणा रोडवेज की कर्मचारी यूनियनों ने समर्थन दिया है। रोडवेज के कमर्चारियों ने हड़ताल के समर्थन में चक्का जाम किया है और इसके चलते यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सबसे खास छात्राओं और पास होल्डर्स को बड़ी संख्या में बस स्टैंडों पर खड़े देखा जा रहा है। जी हाँ और रोड पर निकलने वाली बसों की संख्या बेहद कम है और लोगों को सड़कों पर इंतजार करना पड़ रहा है। वहीं आज राजधानी तिरुअनंतपुरम समेत कई शहरों में सुबह से ही सन्नाटा पसरा हुआ है। यहाँ बाजार बंद हैं और सड़कें खाली हैं। वहीं मजदूर नेताओं का कहना है कि मंगलवार को 12 रात बजे तक यह बंद रहेगा।
भारत बंद से बैंकिंग सेवाओं में आंशिक रूप से बाधा
आज और कल भारत बंद का एलान, जानिए क्या है मामला
लोगों के दिलों पर राज कर रही The Kashmir Files, जानिए 17वे दिन की कमाई