मुंबई: बाला साहेब ठाकरे एवं वीर सावरकर को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान नहीं दिए जाने को लेकर शिवसेना ने एक बार फिर मोदी सरकार पर हमला बोला है। शिवसेना (UBT) ने अपने मुखपत्र सामना के माध्यम से आरोप लगाया है कि बाल ठाकरे और सावरकर को भारत रत्न देने की उपेक्षा की है।
शिवसेना (UBT) ने अपने मुखपत्र सामना के जरिए आरोप लगाया कि भाजपा ने फिर से उसी नेता को भुला दिया है, जिसने यह कहकर कार्यकर्ताओं की ऊर्जा बढ़ाई थी कि उसे इस बात पर गर्व होगा कि उसके लोग अयोध्या के विवादित ढांचे को गिराने के लिए जिम्मेदार थे।
इसके अतिरिक्त सामना में दिवंगत सपा के नेता एवं पूर्व रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव को पद्म विभूषण पुरस्कार से सम्मानित किए जाने पर भी आश्चर्य जताया गया है। शिवसेना (UBT) का कहना है कि समाजवादी नेता एक लंबी राजनीतिक शख्सियत थे, मगर अयोध्या में विरोध प्रदर्शन के चलते कारसेवकों पर गोली चलाने के लिए भाजपा द्वारा हमेशा उनकी आलोचना की गई थी तथा भाजपा-आरएसएस ने उन्हें बहुत ही प्रकरण के पश्चात् मौलाना मुलायम कहना आरम्भ कर दिया था।
सामना में कहा गया है कि यदि अयोध्या में विवादित ढांचा गिराने पहुंचे कारसेवकों पर गोलीबारी नहीं हुई होती तो गुस्साए हिंदू सड़कों पर नहीं उतरते तथा भारतीय जनता पार्टी को राजनीतिक फायदा नहीं मिलता।
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