भोपाल: मध्यप्रदेश के विपक्षी नेता गोपाल भार्गव ने राज्य का मुख्यमंत्री बनने की इच्छा जताई है. उन्होंने रविवार को बताया की यदि कुछ विधायक हमारे साथ आ जाएं तो कमलनाथ सरकार किसी भी समय पस्त कर सकते है. गोपाल भार्गव ने सागर में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए 2018 में राज्य में अपनी सरकार न बन पाने पर निराशा जताते हुए कहा कि 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को 109 और कांग्रेस को 114 सीटों पर जीत मिली थी.
भार्गव ने कमलनाथ सरकार पर निशाना साधते हुए भार्गव ने ये भी बताया कि ,'नेता प्रतिपक्ष के तौर पर मैं कह रहा हूं कि आपको पता भी नहीं चलेगा कि कब आपके चार-पांच विधायक कब इधर से उधर हो गए और आपके क्षेत्र का कोई और उम्मीदवार मुख्यमंत्री बन सकता है.' रैली में उन्होंने ये भी कहा कि राज्य के सबसे बड़े पद के लिए अपनी इच्छा को जताते हुए और ये भी कहा कि वो मुख्यमंत्री बनना चाहते है.
दरअसल भार्गव ने कमलनाथ सरकार के मंत्रियों पर भ्रष्टाचार में शामिल होने का आरोप लगाया और यह दावा भी किया कि उन्हें अपनी सरकार के कार्यकाल के पूरा न करने की आशंका है और उन्हें अच्छी तरह से यह पता है कि जिस दिन विधायक इधर-उधर हुए सरकार गिर जाएगी. भार्गव ने कमलनाथ सरकार का बजट बहुत ही निराशाजनक बताते हुए कहा कि जो राशि केंद्र से राज्य सरकार मुहैय्या हुई है वे उसे लाने से मना कर दें. एक तरफ उन्हें केंद्र सरकार की मदद चाहिए और दूसरी तरफ उसकी आलोचना कर रहे हैं. यह सही नहीं है.
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