इंदौर: राष्ट्रीय संत भय्यू महाराज ने खुद को गोली मार कर खुद ख़ुशी कर ली है. वे डिप्रेशन का शिकार थे. सूत्रों के अनुसार पारिवारिक कलह के कारण उन्होंने खुद की जान ली है. उनके भगतो में आम जन के साथ साथ देश की कई बड़ी हस्तियां शामिल थी. भय्यू महाराज तब चर्चा में आए जब अन्ना हजारे के अनशन को खत्म करवाने के लिए तत्कालीन केंद्र सरकार ने उन्हें अपना दूत बनाकर भेजा था. बाद में अन्ना ने उनके हाथ से जूस पीकर अनशन तोड़ा था.
वहीं पीएम बनने के पहले गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में मोदी सद्भावना उपवास पर बैठे थे. तब उपवास खुलवाने के लिए उन्होंने भय्यू महाराज को आमंत्रित किया था. राष्ट्रीय संत भय्यू महाराज के भक्तों में आम जन के साथ साथ देश की कई बड़ी हस्तियां शामिल थी.
जिनमे आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान और गुजरात की सीएम आनंदी बेन पटेल ,महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख, पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल, पीएम नरेंद्र मोदी, शिवसेना के उद्धव ठाकरे और मनसे के राज ठाकरे, लता मंगेशकर, आशा भोंसले, अनुराधा पौडवाल, फिल्म एक्टर मिलिंद गुणाजी और देवेंद्र फडणवीस भी शामिल है.
भय्यू महाराज ने इसलिए छोड़ा था राज्य मंत्री का पद
क्या दूसरी पत्नी बनी भय्यू महाराज की मौत की वजह?
इस वजह से भय्यू महाराज ने मारी खुद को गोली