लखनऊ: उत्तर प्रदेश में दलितों के नाम पर राजनीति करने वाले भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद रावण ने बसपा सुप्रीमो मायावाती के साथ गठबंधन पर बयान दिया है। चंद्रशेखर ने कहा कि मैं दलित समाज को अकेला नहीं छोड़ सकता, मैं अपनी जिम्मेदारी निभा रहा हूं। किन्तु, भविष्य में क्या होगा, यह किसी को नहीं पता। बस मेरी कोशिश है कि दलित समाज खुद को ठगा महसूस न करे।
उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा है कि, 'हमने सरकारों का चरित्र देखा, वो गरीबों को लूटने में लगी है। तिरंगे की बात करने वाले प्रधानमंत्री बताएं कि ये जो लोग भूखे पेट हैं, इनका क्या होगा। उत्तर प्रदेश में 20-20 रुपये में तिरंगा बेचा गया। जिनके पास खाने के लिए भी पैसे नहीं हैं, उन्हें भी पैसे लेकर तिरंगा बेचा गया। हमारे लिए तिरंगे का सम्मान दिल में हैं।' भीम आर्मी चीफ ने आगे कहा कि हमारा मानना है कि देशभक्ति दिल में होनी चाहिए। राजस्थान के जालौर वाली घटना पर चंद्रशेखर ने कहा कि मुझे उम्मीद थी कि लाल किले से इस घटना पर प्रधानमंत्री कुछ बोलेंगे, मगर अफसोस कि देश के पीएम की नज़र में दलित नहीं आ पाए।
वहीं मायावती के लिए सॉफ्ट कॉर्नर रखने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं किसी पर नहीं बोल रहा, क्योंकि मुझे उनसे कोई उम्मीद नहीं है। मैं अपनी जिम्मेदारी निभा रहा हूं। 2024 में चुनाव लड़ने के सवाल पर दलित नेता चंद्रशेखर ने कहा कि अभी तो हम अपनी तैयारी कर रहे हैं। मगर, हम पीछे नहीं जाने वाले। हम अपने संगठन को मजबूत कर रहे हैं। हमने बीते पांच वर्षों में जो कुछ भी सीखा है, उससे सबक लेकर आगे बढ़ रहे है।
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