रायपुर : केंद्र सरकार ने दंतेवाड़ा विधायक भीमा मंडावी की हत्या की जांच एनआईए से कराने का एकतरफा फैसला किया है। वे पिछले माह नक्सली हमले में मारे गए थे। केंद्रीय गृह मंत्रालय की सिफारिश पर एनआईए ने आईपीसी और भारतीय शस्त्र अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। एनआईए की वेबसाइट में इस प्रकरण को 17 मई को दर्ज बताया गया है।
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हमले के बाद की थी जांच की मांग
जानकारी के लिए बता दें 9 अप्रैल को नक्सलियों ने भीमा मंडावी के काफिले पर दंतेवाड़ा से लगे श्यामगिरी के बाजार के पास हमला कर उनकी हत्या कर दी थी। नक्सलियों ने आईईडी ब्लास्ट किया था जिसमें विधायक मंडावी और चार जवान भी शहीद हो गए थे। भीमा की हत्या के बाद बीजेपी ने इसे साजिश करार दिया था और जांच की मांग की थी।
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प्रदेश में लगी है सीबीआई पर रोक
इसी के साथ प्रदेश बीजेपी के नेता इस मामले की सीबीआई से जांच की मांग करते रहे हैं। चूंकि राज्य सरकार ने प्रदेश में सीबीआई पर रोक लगा रखी है, इसलिए केंद्र ने मामले की जांच एनआईए से कराने का फैसला किया है। वैसे इससे पहले राज्य सरकार ने मामले की न्यायिक जांच के आदेश दे दिए हैं। इधर, डीजीपी डीएम अवस्थी का कहना है कि इस तरह की सूचनाएं मिल रही हैं, लेकिन अभी तक इसकी आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है।
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