भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के खटलापुर घाट में गणेश विसर्जन के दौरान हुए हादसे के मामले में 4 मछुआरों के खिलाफ दर्ज की गई FIR का विरोध आरंभ हो गया है. कार्रवाई के खिलाफ राजधानी भोपाल के मांझी समाज की अगुवाई में मछुआरों ने मौन जुलूस निकालते हुए विरोध प्रदर्शन किया और SDM को ज्ञापन भी दिया.
मछुआरों ने छोटे तालाब के कालीघाट से मुख्यमंत्री आवास तक हाथों पर काली पट्टी बांधकर जुलूस निकालते हुए नाव हादसे पर की गई कार्रवाई का विरोध किया. इस जुलूस में बड़ी तादाद में कहार, भोई, ढीमर, बाथम, मल्हा, निषाद, मांझी और रायकवार समाज के लोग शामिल हुए थे. जुलूस को पुलिस ने कमलापार्क के पास बैरिकेड्स लगाकर रोका, जिसके बाद विरोध प्रदर्शन कर रहे लोग कमला पार्क के पास ही धरने पर बैठ गए और यहां उन्होंने SDM को अपना ज्ञापन सौंपा और भोपाल कलेक्टर को हटाने की मांग के साथ ही मछुआरा समाज को दुर्गा विसर्जन में हिस्सा न लेने की भी चेतावनी दी.
इस जूलूस में नाव हादसे में 6 लोगों की जान बचाने वाले नितिन बाथम भी शामिल हुए थे. नितिन ने हादसे में 4 लोगों के खिलाफ हुई कार्रवाई का विरोध करते हुए कहा कि वह समाज के लिए प्रशासन की तरफ से मिले सम्मान और सम्मान राशि दोनों को लौटा देंगे, क्योंकि समाज के लोगों पर गलत कार्रवाई की गई है. हादसे में उनकी कोई गलती नहीं थी .
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