रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हाल ही में कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व पर सवाल उठाने वालों को नसीहत दे डाली है। उन्होंने अपने बयान में कहा कि, 'कांग्रेस पार्टी एक 'विचार' है और 'विचार' का कोई 'ढांचा' नहीं होता, 'नींव' होती है। सड़क पर हाथ में तिरंगा और कांग्रेस का झंडा थामकर खड़े हों, तब समझ में आएगा कि दिक्कत न नींव में है, न ढांचे में।' वैसे हम आपको यह भी बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव के बाद से कांग्रेस में राष्ट्रीय स्तर पर कलह बढ़ते दिखाई दे रहा है। इस समय पार्टी में एक के बाद एक वरिष्ठ नेता राष्ट्रीय नेतृत्व पर सवाल खड़े करते दिखाई दे रहे हैं।
अभी कुछ लोगों ने हमारी कांग्रेस पार्टी को लेकर सार्वजनिक बयान दिए हैंं।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) November 23, 2020
कांग्रेस पार्टी एक "विचार" है और "विचार" का कोई "ढांचा" नहीं होता, "नींव" होती है।
और कांग्रेस पार्टी की यह नींव करोड़ों कार्यकर्ताओं के खून-पसीने से सिंचित हुई है और होती रहती है।
इसी बीच बीते सोमवार को मुख्यमंत्री बघेल ने ट्वीट कर लिखा कि, 'अभी कुछ लोगों ने हमारी कांग्रेस पार्टी को लेकर सार्वजनिक बयान दिए हैं। कांग्रेस पार्टी एक 'विचार' है और 'विचार' का कोई 'ढांचा' नहीं होता, 'नींव' होती है। और कांग्रेस पार्टी की यह नींव करोड़ों कार्यकर्ताओं के खून-पसीने से सिंचित हुई है और होती रहती है। जो भी लोग व्यवस्था, ढांचा, नेतृत्व परिवर्तन जैसे विषय उठा रहे हैं, उन्होंने अभिव्यक्ति का गलत मंच चुना है। लेकिन समय की जरूरत है कि हम सभी हर दिन सड़क पर लाठी-डंडे खाकर, खून-पसीना बहाकर, 'आइडिया आफ इंडिया' को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हमारे कार्यकर्ता साथियों के साथ।।सड़क पर हाथ में तिरंगा और कांग्रेस का झंडा थामकर खड़े हों। तब समझ में आएगा कि दिक्कत न नींव में है, न ढांचे में।'
जो भी लोग व्यवस्था/ढांचा/नेतृत्व परिवर्तन जैसे विषय उठा रहे हैं, उन्होंने अभिव्यक्ति का ग़लत मंच चुना है।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) November 23, 2020
लेकिन समय की जरूरत है कि हम सभी हर दिन सड़क पर लाठी/डंडे खाकर, खून-पसीना बहाकर, "आइडिया ऑफ इंडिया" को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हमारे कार्यकर्ता साथियों के साथ..
वैसे आपको पता ही होगा कि इससे पहले पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व को लेकर वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल के भी ट्वीट किये थे और कई प्रकार की नसीहत भी दी थी।
..सड़क पर हाथ में तिरंगा और कांग्रेस का झंडा थामकर खड़े हों।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) November 23, 2020
तब समझ में आएगा कि दिक्कत न नींव में है, न ढांचे में।
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