नई दिल्लीः बीते कुछ वर्षों से वाहन निर्माता कंपनियों एक ट्रेंड बना लिया है जिसमें नववर्ष के आरम्भ में वाहनों के दाम बढ़ाए जाते हैं, इसके अतिरिक्त नए वित्त वर्ष के आरम्भ पर भी कंपनियों ने अपनी गाड़ियों की कीमतें बढ़ाना आरम्भ कर दिया है। ऐसे में हमारा अनुमान है कि मर्सिडीज-बेंज एवं ऑडी के पश्चात् अब शेष वाहन निर्माता भी जल्द ही दाम बढ़ाने का ऐलान करने वाली हैं। सभी कंपनियां निरंतर कच्चे माल एवं कमोडिटी की दरे बढ़ने का हवाला देकर अबतक अपनी गाड़ियों की कीमतें में बढ़ोतरी करती आई हैं तथा इस बार भी इसी को मुख्य कारण ठहराया जा सकता है।
वही मारुति सुजुकी से लेकर टाटा मोटर्स एवं महिंद्रा से लेकर ह्यून्दे इंडिया भी शीघ्र ही अपनी कारों की कीमतें बढ़ाने का ऐलान कर सकती हैं। मौजूदा कोरोना महामारी के दौर में जहां वाहन निर्माताओं को बीते 2 वर्षों में भारी हानि उठानी पड़ी है, वहीं सेमीकंडक्टर चिप की तंगी भी प्रोडक्शन पर बहुत बुरा प्रभाव डाल रही है। गाड़ियों की मांग होने के बाद भी वाहन निर्माता पूरी रफ्तार में प्रोडक्शन हीं कर पा रही हैं तथा लंबी वेटिंग लिस्ट भी कस्टमर्स को दी जा रही है। स्टील, रबर एवं शेष कच्चे माल के दाम निरंतर बढ़ रहे हैं, ऐसे में वाहनों के दाम बढ़ना तकरीबन तय है।
वही भारत में मौजूद तकरीबन सभी वाहन निर्माताओं ने जनवरी 2022 में ही अपने वाहनों के दामों में बढ़ोतरी की है। अब कैलेंडर ईयर की दूसरी और नए वित्त वर्ष की पहली तिमाही में भी कीमतें बढ़ाए जाने का अनुमान है। नई कारों के दाम बढ़ने के कारण सेकेंड हैंड कार बाजार में मांग बढ़ी है तथा ये बाजार अब ग्राहकों को बहुत किफायती लगने लगा है। इसके अतिरिक्त इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग में भी जोरदार वृद्धि का अनुमान लगाया जा रहा है तथा ओला ने भी ये ऐलान कर दिया है कि इलेक्ट्रिक स्कूटर के लिए जब अगली विंडो खोली जाएगी तो इनके बाद बढ़ाए जाएंगे।
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