कोलकाता: सागरदिघी उपचुनाव के बाद पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (TMC) को बड़ा झटका लगा था. लेफ्ट समर्थित कांग्रेस के प्रत्याशी बायरन विश्वास ने उस चुनाव में जीत दर्ज की थी. अब फिरहल्दिया डॉक संस्थान प्रबंधन समिति के चुनाव में लेफ्ट-कांग्रेस गठबंधन ने 19 में से 19 सीटों पर जीत दर्ज करते हुए ममता बनर्जी को एक और झटका दिया है. पंचायत चुनाव से पहले यह प्रचंड जीत राज्य की सियासत में चर्चा का विषय बन गई है.
बता दें कि, शुक्रवार (24 मार्च) को भारी तनाव के बीच हल्दिया बंदरगाह के डॉक इंस्टीट्यूट की प्रबंधन समिति का चुनाव संपन्न हुआ था. बंगाल पुलिस और CISF के घेरे में शुक्रवार को बंदरगाह के स्थायी कर्मचारियों, कर्मचारियों और अधिकारियों ने वोट डाला. चुनाव में TMC, लेफ्ट-कांग्रेस गठबंधन और भाजपा के बीच त्रिकोणीय मुकाबला हुआ था. कुल मतदाताओं की तादाद 737 थी, मगर इस दिन 694 ने वोट डाला था. इस बार TMC और वाम-कांग्रेस गठबंधन मूल रूप से लड़ रहा था. दूसरी तरफ, भारतीय मजदूर संघ (BMS) बंदरगाह चुनाव में अपने अस्तित्व की जंग लड़ रहा था.
बता दें कि, भाजपा का कोई ट्रेड यूनियन नहीं है, इसलिए BMS, बंदरगाहों समेत अन्य औद्योगिक क्षेत्रों में भाजपा का प्रतिनिधित्व करता है. 3 पैनल में प्रत्याशियों की कुल तादाद 58 थी. प्रत्येक पैनल में 18 प्रबंधन समिति के सदस्यों और उपाध्यक्षों समेत 19 प्रत्याशी थे. इसके साथ ही एक निर्दलीय उम्मीदवार ने अकेले चुनाव लड़ा था. सभी सियासी दलों को शनिवार को चुनाव परिणाम की घोषणा का बेसब्री से इंतजार था, क्योंकि सभी विपक्षी पार्टियों के नेताओं का कहना था कि नगर निगम चुनाव से पहले यह परिणाम महत्वपूर्ण है. इस चुनाव में लेफ्ट-कांग्रेस गठबंधन ने सभी सीटों पर जीत दर्ज की.
राहुल गांधी की संसद सदस्यता जाने पर गुस्साए कांग्रेसीयों ने किया विरोध प्रदर्शन
कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने भीड़ के सामने अपने ही समर्थक को जड़ दिया थप्पड़, वायरल हुआ Video
शराब घोटाला: मनीष सिसोदिया के वकील के कारण ही उनकी 'जमानत' पर सुनवाई टल गई, जानिए क्यों ?