पटना: बिहार के कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने नीतीश मंत्रिमंडल से अपना इस्तीफा दे दिया है। सुधाकर सिंह ने जब कृषि विभाग में चोर होने का बयान दिया था, तत्पश्चात, उनके नीतीश कुमार से मतभेद सार्वजनिक तौर पर सामने आए थे। राजद कोटे से मंत्री बने सुधाकर सिंह बिहार राजद अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे हैं।
सुधाकर सिंह के पिता एवं राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने इस बात की पुष्टि करते हुए बोला कि कृषि मंत्री ने किसानों के लिए आवाज उठाई, मगर आवाज उठाने के साथ-साथ बलिदान भी देना पड़ता है। इसलिए कृषि मंत्री ने त्यागपत्र दे दिया है। राजद कोटे से नीतीश मंत्रिमंडल में सम्मिलित हुए सुधाकर सिंह तब ख़बरों में आए, जब उन्होंने बयान दिया था कि कृषि विभाग में कई चोर लोग हैं। इतना ही नहीं उन्होंने अपने आप को उन चोरों का सरदार करार दिया। सुधाकर सिंह ने कहा कि उनके ऊपर भी और कई सरदार उपस्थित हैं। कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने जनता को संबोधित करते हुए कृषि विभाग के अफसरों को भी फटकार लगाई थी।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार एवं सुधाकर सिंह के बीच तकरार पहले ही सार्वजनिक तौर पर सामने आ गई थी। दरअसल पिछले महीने नीतीश कुमार ने कृषि मंत्री सुधाकर सिंह के बिना ही कृषि विभाग की समीक्षा बैठक कर ली थी। इस बैठक में प्रधान सचिव सहित कई अफसर उपस्थित थे। दरअसल 'चोरों के सरदार' वाले बयान पर नीतीश कुमार ने सुधाकर सिंह को नसीहत दी थी कि वो ऐसे बयान देने से बचें। मगर उन्होंने मंत्रिमंडल की बैठक के पश्चात् अपने पद से इस्तीफा देने की धमकी दी थी, जब नीतीश ने उनसे ही पूछा था कि कृषि विभाग में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार है, सभी अफसर चोर हैं तथा वह स्वयं "चोरों का सरदार" थे। सूत्रों के अनुसार, नीतीश कुमार के सवाल के पश्चात् सुधाकर सिंह ने जिस तरीके से अपने पद से इस्तीफा देने की धमकी दी थी। उसको लेकर नीतीश कुमार सकते में आ गए थे। बताया जाता है नीतीश के पूछने के बाद भी सुधाकर सिंह अपने बयान पर कायम रहे तथा आरोप लगाया कि कृषि विभाग के सभी अफसर भ्रष्ट थे।
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