रांची: झारखंड में कोरोना वायरस की उच्च दर को देखते हुए प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने नए सिरे से दिशा-निर्देश जारी किए है. होम आइसोलेशन वाले रोगियों के लिए अब घर में ही रहना अनिवार्य कर दिया है. विभाग ने संक्रमित होने वाले व्यक्तियों के घरों के बाहर बैरीकेडिंग आरम्भ करायी है. इसके साथ ही सभी शहरों में अब माइक्रो कंटेनमेंट जोन भी बनाए जा रहे हैं. यदि एक क्षेत्रों में पॉजिटिव मरीजों के मिलने का सिलसिला कम नहीं होता है तो ऐसे हालात में कंटेनमेंट जोन बनाते हुए कड़ाई बरतने को कहा गया है.
वहीं, झारखंड में कोरोना ने बीते 24 घंटों के भीतर में 8 व्यक्तियों की जान ले ली. बुधवार को प्रदेश में कुल 4753 नये कोरोना मरीज पाये गये. इसके साथ ही कुल सक्रीय मरीजों का आँकड़ा 30986 हो गया है. राहत की बात यह है कि संक्रमितों के अस्पताल में एडमिट होने की दर कोरोना की दूसरी लहर के मुकाबले बहुत कम है.
वही बीते 12 दिनों में प्रदेश में 40 व्यक्तियों की कोरोना से मौत हो गयी है. प्रदेश में कोरोना की पहली लहर से लेकर अब तक मौत की संख्या 5184 पहुंच गई है. संक्रमण की गति भी राष्ट्रीय औसत से तकरीबन तीन गुना अधिक है. राष्ट्रीय स्तर पर 7 दिन में ग्रोथ रेट 0.34 प्रतिशत है, जबकि झारखंड में यह संख्या 0.99 फीसदी है. सबसे गंभीर बात यह कि प्रदेश में कोरोना रिप्रोडक्टिव फैक्टर मतलब एक शख्स के माध्यम से संक्रमित होने की दर पूरे देश में सबसे अधिक हो गयी है. यहां एक मरीज से औसतन पांच लोग पॉजिटिव हो रहे हैं. राष्ट्रीय स्तर पर यह दर 2.69 है. प्रदेश के पांच शहरों में संक्रमण की दर 10 से 16 प्रतिशत से बीच है.
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