भोपाल: मध्य प्रदेश के विश्वविद्यालयों में अब कुलपति को कुलगुरू कहा जाएगा. सोमवार को मोहन मंत्रिमंडल की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी प्राप्त हो चुकी है. इसकी जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा, ''राज्य में नागरिकों के कल्याण और उन्हें अपनी संस्कृति से जुड़ने से संबंधित महत्वपूर्ण निर्णय लिए जा रहे हैं. लगातार लिए जा रहे ऐसे फैसलों से विभिन्न क्षेत्रों में व्यवस्था से जुड़े आवश्यक सुधार भी हो रहे हैं.
वही इस क्रम में विश्वविद्यालयों के कुलपति को कुलगुरू का संबोधन देने का फैसला लिया गया. इस संबोधन में आत्मीयता, स्नेह और सम्मान का भाव भी निहित है.राज्य मंत्री परिषद द्वारा इन निर्णय का अनुमोदन किया गया.'' सीएम मोहन यादव ने मीडिया से चर्चा में कहा कि जुलाई माह में ही गुरू पूर्णिमा पर्व भी आ रहा है. मध्यप्रदेश में कुलपति को कुलगुरू बनाने के फैसले के सिलसिले में अन्य राज्यों द्वारा भी जिज्ञासा व्यक्त करते हुए इस निर्णय का प्रारूप चाहा गया है.
सीएम मोहन यादव ने गौवंश का अवैध परिवहन करने वाले एवं खेतों में ट्यूब वेल को खुले छोड़ने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि गोवध की मंशा से गौवंश के परिवहन का अवैध कृत्य करने वाले वाहन कई बार कोर्ट से छूट जाते हैं. नियमों के उल्लंघन पर पकड़े गए वाहनों के केस में वाहनों को राजसात करने की कार्रवाई की जाएगी. वाहन बरामद होंगे तथा अपराधियों छोड़ा नहीं जाएगा.
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