बीजिंग: कोरोना की चपेट में आने के बाद पहला लक्षण 8 दिनों में नज़र आने लगता है, जबकि पहले इसके लिए 4-5 दिन कहा गया था. एक ‘जर्नल साइंस एडवांसेज’ में प्रकाशित नए शोध के मुताबिक, पहले बताए गए अवधि की तुलना में संक्रमितों में लक्षण आने की शुरुआत के उपरांत होता है. वहीं चीन के वुहान शहर से निकलने वाले लोगों जिनमें काफी हल्के लक्षण थे उनकी जांच की गई. वुहान से निकलने के उपरांत उन्हें तब तक निगरानी में रखा गया जब तक उनमें पूरी तरह लक्षण नहीं नज़र आने लगे. चीन में पीकिंग यूनिवर्सिटी समेत अन्य वैज्ञानिकों के मुताबिक, सीमित डाटा और कम नमूनों के साथ ऐसा माना गया था कि संक्रमण के लक्षण 4-5 दिन में नज़र आने लगते हैं जबकि नए शोध के मुताबिक संक्रमण के 8 दिनों बाद लक्षण दिखाई देने लगते है.
वहीं इस बात का पता चला है कि नए अध्ययन में उन्होंने कम लागत वाला तरीका अपनाया और जिसके अतिरिक्त 1 हजार से ज्यादा संक्रमित केस को लिया. ये सभी संक्रमित वुहान के रहने वाले है या फिर इन्होंने वुहान का दौरा पूरा किया. जिनमे से कुछ मरीजों में 7.75 दिनों में लक्षण नज़र आने लगे वहीं 10 प्रतिशत मरीजों में 14.28 दिनों में नज़र आने लगे.
जंहा यह भी कहा जा रहा है कि इस वायरस से संक्रमितों के संपर्क में आने वालों को 14 दिनों के लिए क्वारंटीन में रखा जाता है. क्योंकि इस निर्धारित इन्क्यूबेशन पीरियड के बीच कोविड-19 और भी खतरनाक हो जाता है. वहीं ‘इन्क्यूबेशन पीरियड’ का मतलब डॉक्टरों के मुताबिक उस अवधि से है जिस बीच संक्रमित इंसान में वायरस के संक्रमण का लक्षण नज़र आने लगते है. ऐसा ओर बीमारियों वाले वायरस के साथ नहीं होता. दूसरे वायरस लक्षण आने के बाद संक्रमण फैलाते हैं जबकि यह वायरस बगैर लक्षण ही बीमारी को बढ़ाता जा रहा है . इसी वजह से संभावित मरीजों को आइसोलेशन में रखने का नियम है.
80.6 अरब डॉलर की संपत्ति के मालिक बने मुकेश अंबानी
इंडिया में इस दिन से शुरू हो T 20 विश्वकप
कोरोना महामारी के कारण स्थगित हुआ 2021 में होने वाला महिला विश्व कप