मध्यप्रदेश और राजस्थान की सरकार इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट तक चली गई थी. आज सुप्रीम कोर्ट ने दोनों राज्य सरकारों की याचिका ठुकरा दी है. कोर्ट का कहना है कि विरोध बैन का आधार नहीं हो सकता. सुप्रीम कोर्ट ने फिल्म को हरी झंडी दे दी है. बावजूद इसके करणी सेना का विरोध जारी है . अब उसमे देश के अन्य संघठन भी जुड़ रहे है और देश में अराजकता का माहौल बन रहा है.
फिल्म पद्मावत को लेकर देश में मचे बवाल में हर दिन एक नया नाम व विरोध या समर्थन के नाम पर जुड़ रहा है . अब इस जंग में विरोध करते हुए गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल भी भी सामने आ गए है. हार्दिक पटेल ने गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी को चिट्ठी लिख पद्मावत का विरोध किया है. साथ ही उन्होंने अपील की है कि गुजरात में किसी भी हालत में फिल्म रिलीज़ नहीं होने देना चाहिए .
हार्दिक ने गुजरात सीएम को चिट्ठी लिख कहा कि ''अभी गुजरात में राजपूत समाज औ हिन्दू समाज की भावनाओं को दुख पहुंचाने वाली फिल्म 'पद्मावत' फिल्म को लेकर कड़ा विरोध चल रहा है. फिल्म में इतिहास के साथ छेड़छाड़ की गई है, मेरी और आपकी जिम्मेदारी है कि हमारा गौरवपूर्ण इतिहास का मजाक ना उड़ाया जाए. महारानी पद्मावती खुद के राज्य और स्त्रियों के सम्मान के लिए सती हुई थीं. मेरी विनती है कि कानून व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए पद्मावत को गुजरात में रिलीज ना होने दिया जाए.''
गौरतलब है कि विश्व हिन्दू परिषद् , बजरंग दल के आलावा कई हिन्दू संघठन अभी भी फिल्म के खिलाफ है.
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