वाशिंगटन: एक तरफ बढ़ रहा कोरोना का कहर अब इतना बढ़ चुका है. कि हर तरफ केवल तवाही का मंज़र देखने को मिल रहा है. वहीं अभी भी लोगों में इस वायरस का खौफ फैला हुआ है. कोरोना वायरस की महामारी से पूरे विश्व में मरने वालों की संख्या 13,444 हो गई है. वहीं संक्रमित लोगों का आंकड़ा तीन लाख से ज्यादा हो गया है. जंहा इस बात का पता चला है कि अमेरिकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए डायग्नोस्टिक टेस्ट को मंजूरी दे दी है. इस टेस्ट के जरिये 45 मिनट में यह पता लगाया जा सकेगा कि व्यक्ति कोरोना से संक्रमित है या नहीं. कैलिफोर्निया स्थित कंपनी सेफिड द्वारा विकसित इस तरह के डायग्नोस्टिक्स परीक्षण की मंजूरी से संक्रमित लोगों की तेजी से पहचान करने में मदद मिलेगी और उनका इलाज जल्द शुरू किया जा सकेगा. यह परीक्षण अगले सप्ताह से शुरू होगा.
कुछ मिनटों में परिणाम प्रदान करने में सक्षम होगा: स्वास्थ्य एवं मानव सेवा सचिव एलेक्स अजार के अनुसार, आज हम जिस परीक्षण को मंजूरी दे रहे हैं, वह अमेरिकियों को मौजूदा परीक्षणों की तरह दिनों के बजाय कुछ मिनटों में परिणाम प्रदान करने में सक्षम होगा. कंपनी ने इसे 30 मार्च तक शुरू करने की योजना बनाई है. वहीं इस बारें में उन्होंने कहा कि सेफिड द्वारा यह परीक्षण दुनियाभर के 23 हजार से अधिक स्वचालित जीनएक्सपर्ट सिस्टम्स द्वारा डिजाइन किया गया है. एलेक्स के मुताबिक, चिकित्सकों की बढ़ती मांग के मद्देनजर कोरोना महामारी से निपटने के लिए मरीजों के दैनिक परीक्षण को ध्यान में रखते हुए रियल टाइम में यह जांच जल्द उपचार शुरू करने में कारगर साबित होगी.
सूत्रों की माने तो यह भी पता चला है कि सेफिड के चीफ मेडिकल एंड टेक्नोलॉजी ऑफिसर डेविड पर्सिग ने कहा कि व्यक्ति की जल्द और सटीक जांच से कोरोना के कारण स्वास्थ्य सुविधाओं पर पैदा हुए दबाव को कम करने में मदद मिल सकती है. सेफिड के अध्यक्ष वॉरेन कोकमंड ने कहा कि मौजूदा समय में सेफिड के पास करीब 5,000 जीनएक्सपर्ट सिस्टम हैं, जो प्वाइंट-ऑफ-केयर परीक्षण अस्पतालों में उपयोग के लिए सक्षम हैं.
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