इंडिया आने वाले वर्ष मुंबई में अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) के सत्र की मेजबानी करने में लगे हुए है. इंडिया ने सफलतापूर्वक IOC के 139वें सत्र के लिए बोली भी जीत ली है. यह एक ऐतिहासिक मौका है क्योंकि भारत ने 1983 में नई दिल्ली में आयोजित सत्र के बाद से आईओसी सीजन की मेजबानी अब तक नहीं की है. सत्र में IOC के सदस्य ओलंपिक चार्टर और ओलंपिक की मेजबान के लिए शहरों के चुनाव जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर सुर्ख़ियों में बने हुए है. 2030 शीतकालीन ओलंपिक के लिए मेजबान देश का चुनाव और 2028 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक के लिए खेल शेड्यूल तय करना इस सत्र के एजेंडे में शामिल होने वाला है.
खेलमंत्री अनुराग ठाकुर ने ट्वीट किया, इंटरनेशनल ओलिंपिक समिति का सत्र आने वाले वर्ष में हो रहा है, जो ऐतिहासिक क्षण है. हाल के वर्षों में भारत में खेल ने बहुत प्रगति की है. इस ऐतिहासिक मौका के लिए भारतीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा बनकर उत्साहित और गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं.' अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक कमेटी की यह बैठक मई- जून मुंबई के ‘जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर’ में होने वाली है. 2023 में होने वाली इस साल की बैठक की मेजबानी को लेकर हुए मतदान में इंडिया को वैध 76 मतों में से 75 वोट भी मिल गए थे. भारी बहुमत से मेजबानी का क्षण कहा है.
भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करते हुए नीता अंबानी ने आईओसी की आगामी बैठक इंडिया में आयोजित करने की दमदार पैरवी की थी. उन्होंने IOC सदस्यों को कहा, 'भविष्य में युवा ओलंपिक और ओलंपिक खेलों को इंडिया लाना हमारा सपना है. हम चाहते हैं कि दुनिया के सबसे युवा देश, इंडिया के नौजवान ओलंपिक की भव्यता और विशालता को महसूस करने वाले है. हम इस साझेदारी को और मजबूत करना चाहते हैं.'
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