लखनऊ. सपा पार्टी को सत्ता से बेदखल करने के बाद उत्तरप्रदेश राज्य में बीजेपी ने अपना राज पाठ कायम कर लिया है. अब अखिलेश यादव उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बन चुके हैं. इस कारण से सरकारी वेबसाइटों से उनके नाम गायब होने लगे हैं. यह भी बता दे उत्तर प्रदेश सरकार के दो आधिकारिक ट्विटर हैंडल से सभी ट्वीट डिलीट कर दिए हैं.
साथ ही राज्य सरकार की वेबसाइट से उनकी फोटो और प्रोफाइल को निष्क्रिय कर दिया गया है. अखिलेश यादव का नाम लिखा हुआ तो आ रहा है किन्तु उस पर क्लिक करने से कुछ जानकारी नहीं बता रहा है. चुनाव में मिली करारी हार के बाद इन्टरनेट पर उन्हें विदा कर दिया गया है. इस वेबसाइट पर नए मुख्यमंत्री का नाम, फोटो, प्रोफाइल लगाया जाएगा.
जनता के मन में यह भी प्रश्न है कि नई सरकार के आने के बाद लोगो के मन में सवाल आ रहे है कि राज्य का नया मुख्यमंत्री नियुक्त होते ही समाजवादी पार्टी सरकार द्वारा चलाई जा रही बड़ी आर्थिक और सामाजिक योजनाओं का लिंक भी काट दिया जाएगा? यदि ऐसा किया गया तो कई बड़े प्रोजेक्ट अधर में लटक जाएंगी जिनपर करोड़ो खर्च किये जा चुके हैं. इनमे 108 समाजवादी एंबुलेंस सेवा, समाजवादी आवास योजना,फ्री लैपटॉप डिस्ट्रीब्यूशन स्किम शामिल है.
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