नई दिल्ली: हरिद्वार भड़काऊ भाषण मामले में जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी (पूर्व नाम वसीम रिज़वी) को शीर्ष अदालत से अंतरिम जमानत मिल गई है। बता दें कि वसीम रिजवी ने इस्लाम त्यागने और हिन्दू धर्म अपनाने के बाद अपना नाम जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी रख लिया था। वह उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष रह चुके हैं। हरिद्वार धर्म संसद में भड़काऊ भाषण देने के आरोप में उन्हें अरेस्ट कर लिया गया था।
उल्लेखनीय है कि हरिद्वार में 17 से 20 दिसंबर तक धर्म संसद का आयोजन किया गया था। इसमें जितेंद्र नारायण त्यागी, गाजियाबाद डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद, साध्वी अन्नपूर्ण व महेंद्र दास के साथ कई संत पहुंचे थे। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा, जिसमें विशेष समुदाय से अपनी रक्षा करने के लिए हथियार उठाने की बात की जा रही थी। बाद में जितेंद्र नारायण और यति नरसिंहानंद को अरेस्ट कर लिया गया था।
जीतेन्द्र नारायण त्यागी को 13 जनवरी को अरेस्ट किया गया था और इसके बाद वह हरिद्वार की जेल में बंद थे। रिजवी के वकील ने ह्रदय रोग के उपचार के लिए जमानत मांगी थी। सर्वोच्च न्यायालय ने जमानत मंजूर करते हुए कहा कि वह कोई भड़काऊ भाषण नहीं देंगे। त्यागी की ओर से पेश हुए वकील सिद्धार्थ लूथरा ने कहा कि वह 6 महीने से जेल में बंद हैं और कई बीमारियों से ग्रसित हैं।
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