देश के राजनीतिक गलियारों में हाल ही के दिनों में भारी उलटफेर देखने को मिल रहा है. वहीं इस उलटफेर का शिकार अब बिहार भी हो गया है. अब दलितों एवं पिछड़ों के नेता जीतनराम मांझी जो पिछले कुछ समय से राजद से नाराज थे अब राजद में शामिल होकर बिहार के महागठबंधन को ताकत देंगे, इसकी पुष्टि लालू प्रसाद यादव के बेटे और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने की.
आपको बता दें तेजस्वी यादव, तेजप्रताप यादव, ने जीतनराम मांझी से उनके ही आवास पर करीब एक घंटा मीटिंग कर इस बात की घोषणा की है, हालाँकि मांझी ने ऑफिशियली इसकी घोषणा नहीं की है, लेकिन सूत्रों के अनुसार बुधवार रात 8 बजे इसका ऐलान हो सकता है.
पूर्व में, जीतनराम मांझी बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके है, साथ ही राजद पर जीतनराम मांझी ने कई गंभीर आरोप तक लगाएं है, लेकिन अब दोनों में बात बनती नजर आ रही है. इस तरह मांझी के गठबंधन में शामिल होने की वजह की अगर हम बात करे तो यह एक तरह से मांझी बेटे को राजनीती में लांच करने की कवायद हो सकती है, मांझी ने विधानसभा परिषद् में दो सीटों की मांग की है, एक सीट उनके बेटे संतोष मांझी के लिए तो एक सीट अपनी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वृषिण पटेल के लिए, इस मांग को राजद ने मान लिया है.