राजस्थान में जारी राजनीतिक रस्साकसी के बीच सबकी निगाहे सचिन पायलट पर टिकी हुई है. इसी दौरान उन्होंने बड़ा बयान देते हुए बताया है कि वे भारतीय जनता पार्टी में सम्मिलित नहीं होंगे. उन्होंने यह वक्तव्य मीडिया से चर्चा के दौरान दिया. गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने उनको पार्टी में सम्मिलित होने के लिए आमंत्रण दिया है, किन्तु करीबियों का मानना है कि पायलट अपना अलग मोर्चा बनाने की योजना बना रहे हैं. इसके अलावा कांग्रेस ने मंगलवार को कार्रवाई करते हुए पायलट को डिप्टी सीएम और राज्य कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से निष्कासित कर दिया है. किन्तु पार्टी से बाहर नहीं निकाला है. यानी पार्टी त्यागने को लेकर औपचारिकता पूरी स्वंय उन्हे ही करनी है.
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विदित हो कि भारतीय जनता पार्टी नेताओं ने भले ही पायलट का वेलकम करने की बात तो कही है, किन्तु भारतीय जनता पार्टी भी इस केस में हर कदम फूंक फूंक कर रखेगी. राजस्थान में भाजपा पार्टी के पास पहले ही बहुत से दिग्गज नेता हैं. ऐसे में कोई भी निर्णय आनन फानन में नहीं लिया जा सकता है. इसी के ध्यान में रखकर राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी ने आज बैठक बुलाई है. इसमें पूर्व सीएम वसुंधरा राजे भी सम्मिलित होने वाली है.
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बता दे कि (AICC) के महासचिव और राजस्थान के पार्टी प्रभारी अविनाश पांडे ने प्रदेश पार्टी इकाई के सभी प्रकोष्ठों और विभागों को समाप्त कर दिया है. ट्विटर पर पांडे ने मंगलवार देर रात्रि इस निर्णय की सूचना दी. एक अन्य ट्वीट में उन्होंने बताया कि कोई भी कांग्रेसी नेता राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की इजाजत के बिना मीडिया से वार्तालाब नहीं करेगा.
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