लखनऊ: उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने सर्वोच्च न्यायालय से अयोध्या मामले में 'मुकम्मल इंसाफ' की उम्मीद की है। बोर्ड ने इसके साथ ही कहा है कि उसने अयोध्या मामले में गठित मध्यस्थता पैनल के समक्ष जो भी प्रस्ताव रखा है, वह मुल्क के भले के लिए है और हिन्दुस्तान के सभी अमन पसंद लोगों की इसमें रजामंदी होगी।
बोर्ड के अध्यक्ष जुफर फारूकी ने रविवार को कहा है कि बोर्ड ने अपने सभी सदस्यों के साथ वार्ता करके मध्यस्थता पैनल के समक्ष प्रस्ताव रखा था। उन्होंने कहा है कि अयोध्या का मुद्दा बेहद संवेदनशील है और उससे संबंधित अहम पक्षकारों का रुख मुल्क के भविष्य पर असर डाल सकता है, लिहाजा इसे बेहद सलीके से संभालना होगा। फारूकी ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि सर्वोच्च न्यायालय इस मामले पर 'मुकम्मल इंसाफ' करेगा।
उन्होंने कहा कि, 'हमने मध्यस्थता पैनल के सामने जो भी प्रस्ताव दिया है, वह एक तो मुल्क की भलाई में है और यदि अदालत इसे मंजूर कर लेती है तो सभी अमनपसंद हिन्दुस्तानियों की इसमें रजामंदी होगी। इंडिया टीवी न्यूज़ डॉट कॉम के मुताबिक, उन्होंने कहा कि इस समय भी काफी लोग हमारा समर्थन कर रहे हैं। चूंकि कानूनी कारण हैं इसलिये हम मध्यस्थता पैनल को दिये गये प्रस्ताव को उजागर नहीं कर सकते।'
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