नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने पाक में भारत के आंतरिक मामले पर चर्चा कर एकबार फिर आलोचनाओं को दावत दी है। और उन्होंने वहां ऐसा दावा किया कि NPR और NRC के मुद्दे पर पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के बीच मतभेद हैं। वहीं आपको बता दें कि मणिशंकर बीते सोमवारयानी 13 जनवरी 2020 को पाकिस्तान में एक वाद-विवाद में शामिल हुए। वहीं यह भी कहा जा रहा है कि वाद-विवाद में पाक पीएम इमरान खान के सहयोगी भी मौजूद थे, जिसके बाद बीजेपी मणिशंकर पर हमलावर हो गई है। जंहा पैनल चर्चा के दौरान मणिशंकर ने कहा कि मोदी और शाह दोनों ही भारत में हिंदुत्व का चेहरा हैं। उन्होंने कहा, 'नरेंद्र मोदी सरकार में एनपीआर को एनआरसी लाने के रास्ते के रूप में देखा जा रहा है। संसद में, गृह मंत्री ने कहा और लिखित में आश्वस्त भी किया कि यह एनआरसी के पहले का कदम है।'
पाकिस्तान की मदद से भारत में अशांति पैदा करना चाहते हैं मणिशंकर अय्यर: सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बीजेपी नेता उमा भारती ने मणिशंकर अय्यर को लेकर बयान दिया है। वहीं उमा भारती ने कहा कि मणिशंकर एक शिक्षित व्यक्ति हैं जो विदेशी मामलों के जानकार हैं, लेकिन वह पाकिस्तान की मदद से, भारत में अशांति पैदा करने के लिए, उचित योजना के साथ वहां (लाहौर) गए थे। हिंदुओं और मुसलमानों को विभाजित करके कांग्रेस 1947 जैसी स्थिति पैदा कर रही है।
'किसका हाथ मजबूत है, हमारा या उस कातिल का?': जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर बीते मंगलवार को दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में CAA और NRC को लेकर प्रदर्शन में शामिल हुए। जंहा इस बात पर अय्यर ने कहा कि मैं व्यक्तिगत रूप से सबकुछ करने के लिए तैयार हूं। जो भी कुर्बानियां देनी हों, उसमें भी तैयार हूं। अब देखें किसका हाथ मजबूत है, हमारा या उस कातिल का? वहीं शाहीन बाग में 15 दिसंबर 2019 से CAA-NRC के विरोध में प्रदर्शन चल रहा है.
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