नई दिल्ली. देश का रेलवे नेटवर्क दुनिया के सबसे व्यस्त रेलवे नेटवर्क्स में से एक है. और इसके नाम दुनिया के सबसे ज्यादा लोगों को रोजगार देने वाले रेल नेटवर्क होने का रिकॉर्ड भी दर्ज है. अब भारतीय रेलवे ने अपनी एक तकनीक को बदल कर अपने नाम एक और कीर्तिमान दर्ज कर लिया है.
ICICI Bank के ग्राहकों के लिए खुशखबरी, अब रोबोटिक्स आधारित सॉफ्टवेयर देगा निवेश की सलाह
दरअसल भारतीय रेलवे ने पहली बार अपने एक डीजल लोकोमोटिव इंजन को विद्युत चालित इंजन यानी इलेक्ट्रिक इंजन में बदला दिया है. रेलवे के इस एक कार्य से इस लोकोमोटिव इंजिन की क्षमता 2600 एचपी से बढ़कर 5000 एचपी हो गई है. देश की एक प्रतिष्ठित समाचार एजेंसी ने हाल ही में एक रिपोर्ट पेश कर के इस बात की जानकारी दी है. इस रिपोर्ट के मुताबिक रेलवे ने यह कदम अपने ब्रॉडगेज नेटवर्क को धीरे-धीरे इलेक्ट्रिक नेटवर्क में बदलने के प्रयासों के तहत किया है.
सुर्खियां: ये हैं देश और दुनिया की अब तक की सबसे बड़ी ख़बरें
रेलवे के वरिष्ठ अधिकारीयों के मुताबिक ऐसा स्पेशलाइज्ड कन्वर्जन इससे पहले पूरी दुनिया में कही भी नहीं हुआ था. रेलवे अधिकारियों ने इस मामले में मीडिया से बात करते हुआ यह भी कहा कि इस कन्वर्जन में रेलवे को सिर्फ 2.5 करोड़ रुपए का ही खर्च आया जबकि इंजन के रखरखाव में ही तक़रीबन 5 से 6 करोड़ रुपए खर्च हो जाते है.
ख़बरें और भी
सुर्खियां: ये हैं देश और दुनिया की अब तक की सबसे बड़ी ख़बरें
सराफा बाजार : लगातार चार दिनों की बढ़त के बाद आज घटे सोने-चांदी के दाम
शेयर बाजार : लगातार तीन दिनों की गिरावट के बाद आज संभला बाजार, जानिए आज के आकड़ें