पटना: बिहार के भागलपुर जिले के एक सरकारी अस्पताल में एक महिला की नसबंदी के बाद गर्भवती होने का मामला सामने आया है। नवगछिया के परबत्ता थाना क्षेत्र की निवासी प्रिया कुमारी, जिनकी शादी 2017 में हुई थी और पहले से दो बच्चे हैं, ने परिवार नियोजन के तहत 14 मार्च 2024 को नसबंदी कराई थी। आर्थिक तंगी और बच्चों के पालन-पोषण में मुश्किलों को देखते हुए, उन्होंने ये कदम उठाया था।
प्रिया के पति मंटू झा ने बताया कि 2018 और 2019 में उनके दो बच्चे हुए थे। नसबंदी के बावजूद हाल ही में जांच में पता चला कि उनकी पत्नी फिर से गर्भवती हैं। प्रिया ने बताया कि जब वह ऑपरेशन के लिए इस्माइलपुर स्वास्थ्य केंद्र गई थीं, तो वहां के डॉक्टरों ने गर्भधारण की संभावना पर कोई जानकारी नहीं दी थी। स्थिति का पता बाद में खुद से जांच करने पर चला, तब तक गर्भ का आठवां महीना शुरू हो चुका था। प्रिया और उनके पति ने कई बार अस्पताल में इस मामले को उठाने की कोशिश की, लेकिन अस्पताल के कर्मचारी ने उनकी बात नहीं सुनी और बार-बार उन्हें वहां से लौटा दिया। उन्होंने अपनी आर्थिक स्थिति के चलते तीसरे बच्चे की जिम्मेदारी उठाने में कठिनाई का भी जिक्र किया है।
अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी राकेश रंजन ने कहा है कि फिलहाल उनके पास इस मामले में लिखित शिकायत नहीं आई है, लेकिन फोन पर बातचीत हुई है। अस्पताल ने अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट मंगाई है, और जांच के बाद यदि लापरवाही पाई जाती है तो पीड़ित को मुआवजा दिया जाएगा।
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