पटना: बिहार से एक चौंकाने वाली घटना सामने आ रही है यहाँ रुक्मिणी कुमारी नाम की महिला ने अस्पताल में कुछ घंटे पहले बच्चे को जन्म दिया तथा एंबुलेंस से ही बिहार बोर्ड 10वीं की परीक्षा देने पहुंच गई। बिहार बोर्ड कक्षा 10वीं यानी मैट्रिक परीक्षाएं आज 14 फरवरी से आरम्भ हो चुकी हैं। राज्य भर के तकरीबन 1500 परीक्षा केंद्रों पर 16 लाख से ज्यादा विद्यार्थी परीक्षा में सम्मिलित होंगे। उन्हीं में से बांका जिले के एक सरकारी विद्यालय में पढ़ने वाली रुक्मिणी कुमारी (22) ने मिसाल पेश की है। रुक्मिणी की चर्चा हर जगह हो रही है, लोग उसके हौसले को सलाम कर रहे हैं।
बिहार बोर्ड से मैट्रिक की परीक्षा दे रही रुक्मिणी ने परीक्षा के दिन ही प्रातः बच्चे को जन्म दिया तथा 3 घंटे पश्चात् अपना साइंस का पेपर देने परीक्षा केंद्र तक पहुंच गई। एंबुलेंस से परीक्षा केंद्र पहुंचने पर हर कोई हैरान था। चिकित्सको एवं परिवार के सदस्यों ने उसे प्रसव के बाद आराम करने के लिए कहा, मगर उसने मना कर दिया एवं परीक्षा में सम्मिलित होने पहुंच गई।
वहीं, जिला शिक्षा अफसर पवन कुमार ने कहा, "इस घटना से साबित होता है कि महिलाओं की शिक्षा पर सरकार का जोर पकड़ रहा है। अनुसूचित जाति से आने वाली रुक्मिणी सभी के लिए प्रेरणा बन गई हैं।" बता दें कि बिहार बोर्ड कक्षा 10वीं की थ्योरी परीक्षा 14 फरवरी से 22 फरवरी, 2023 के बीच आयोजित की जा रही हैं। प्रदेश भर के तकरीबन 1500 परीक्षा केंद्रों पर 16 लाख से अधिक विद्यार्थी बिहार बोर्ड 10वीं की परीक्षा में सम्मिलित हो रहे हैं। इस वर्ष मैट्रिक परीक्षा में किसी भी कदाचार से निपटने के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं।
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