पटना: बिहार में बोधगया के महाबोधि मंदिर के दरवाजे 21 सितंबर को खोल दिए गए, किन्तु कोरोना के डर की वजह से यहां सन्नाटा पसरा हुआ है. ये मंदिर त्रिशरण घोष बुद्धम् शरणम् गच्छामि की गूंज और भक्तों की भीड़ से गुलजार रहता था, मगर अब यहां सन्नाटा पसरा हुआ है. महाबोधि मंदिर के मुख्य पुजारी चलिन्दा बौद्ध भिक्षु ने जानकारी देते हुए बताया कि मंदिर का गेट भक्तों के लिए सुबह 6 बजे से 9 बजे तक और शाम 3 बजे से 6 बजे तक के लिए खोल दिया गया है.
वहीं, मंदिर में केवल आस-पास के क्षेत्रों के लोग ही भगवान के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. कोई भी बाहरी भक्त बोधगया नहीं आ रहे हैं. दूसरी ओर अंतरराष्ट्रीय उड़ान भी बंद हैं, उससे विदेशी भक्त भी नहीं आ पा रहे हैं, जिसके चलते बोधगया में सन्नाटा पसरा हुआ है. जानकारी के अनुसार, बोधगया महाबोधि मंदिर तो भक्तों के लिए खोल दिया गया है, लेकिन बोधगया में स्थित श्रीलंका मंदिर, चाइना मंदिर, तिब्बत मंदिर, बांग्लादेश मोनेस्ट्री अभी भी नहीं खोले गए हैं.
वहीं, बोधगया के फुटपाथ दुकानदार के साथ ही बोधगया में स्थित होटलों पर भी इसका प्रभाव पड़ रहा है. अक्टूबर आते ही बोधगया में देशी और विदेशी पर्यटकों के आने का सिलसिला शुरू हो जाता था, किन्तु इस बार अंतराष्ट्रीय उड़ान बंद रहने की वजह से विदेशी पर्यटक नहीं आ रहे हैं. कोरोना के कारण भारतीय पर्यटक भी नहीं दिखाई दे रहे हैं.
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