पटना: प्रदेश में माओवादियो के खिलाफ ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए बिहार में सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) के हेडक्वॉर्टर में अल्ट्रामॉर्डन वॉर रूम बनाया गया है. इस वॉर रूम को बनाने की शुरुआत पिछले साल की गई थी. कई जटिल और हाइटेक उपकरण वाला ये वार रूम 11 लोगों की क्षमता रखता है.
सीआरपीएफ सूत्रों ने बताया कि यह वॉर रूम देश के किसी भी सीआरपीएफ से सबसे ज्यादा एडवांस हैं. इससे मओवादियों के खिलाफ चलने वाले ऑपरेशन को बढ़ावा मिलेगा. बिहार का हेडक्वॉर्टर सीधे सैनिकों से संपर्क कर सकेगा. यह संपर्क सैनिकों से किसी भी स्थिति में किया जा सकेगा.
अधिकारियों का दावा है कि यह वॉर रूम माओवादियों के खिलाफ चल रहे अभियान में गेम चेंजर की तरह काम करेगा. इजराइल के बने एरियल कैमरे से लाइव फुटेज ली जा सकेंगी. अभी तक फुटेज के लिए सैनिकों और कमांडर्स को मौके पर थोड़ी देर रुकना पड़ता था. इसके अलावा कई और हाइटेक तकनीकि से माओवादियों से निपटा जा सकेगा. लम्बे समय से इस वार रूम को लेकर चर्चा थी जो अब जाकर तैयार हुआ है. सरकार की ओर से या अन्य किसी सरकारी अधिकारी की ओर से इसपर लिए गए खर्च के बारे में अभी तक किसी तरह की कोई जानकारी नहीं दी गई है.
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