पटना : पुलिस स्टेशन में होने वाली प्रत्येक गतिविधि पर अब तीसरी आंख चौबीसों घंटे नज़र रखेगी. बिहार के तक़रीबन सभी थानों में CCTV कैमरे लगाए जा रहे हैं. इन कैमरों को सूबे के 38 जिलों के साथ 4 रेल पुलिस के अंतर्गत आने वाले थानों में भी लगाया जाना है. अबतक 900 थानों में कैमरे लगाने का कार्य संपन्न हो चुका है. वहीं राज्य के कुल 1056 थानों में सीसीटीवी कैमरा लगाया जाना शेष है.
पुलिस पर हमेशा हिरासत में आरोपियों पर जुल्म करने का आरोप लगता रहा है, यही वजह है कि थानों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं. ये कैमरे पुलिस के रिकॉर्ड रूम में भी नज़र रखेंगे. इससे थानों में आने वाले लोगों के साथ पुलिस के बर्ताव पर निगाह रखी जाएगी. थानेदार के रूम में एक स्क्रीन लगेगी, जिसके माध्यम से कैमरे में कैद होनेवाली तमाम गतिविधियों को देखा जा सकेगा.
इन कैमरे की रिकार्डिंग को एक वर्ष तक सुरक्षित रखने का प्रबंध किया गया है. इन सीसीटीवी कैमरों को अगर बंद किया जाता है तो नियंत्रण कक्ष को इसकी जानकारी हो जाएगी. ऐसी परिस्थिति में कैमरे के बंद होने के कारण थाने के अफसरों को स्पष्टीकरण देना होगा. उन्हें उच्च अधिकारियों को बताना होगा कि सीसीटीवी कैमरा किस वजह से बंद हुआ. अगर इसे जानबूझकर बंद किया गया होगा तो ड्यूटी पर तैनात पुलिस अफसर पर कार्रवाई भी हो सकती है.
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