पटना: बिहार के छपरा में जहरीली शराब पीने से 40 व्यक्तियों की मौत हो गई। इस पूरी घटना में प्रशासन चुप्पी साधे हुए है, वहीं स्थानीय लोगों में चर्चा है कि थाने में रखी अवैध स्प्रिट को चोरी से शराब व्यापारियों को बेच दिया गया, जिससे तैयार जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत हो गई।
प्राप्त खबर के अनुसार, गांव के लोगों में चर्चा है कि कुछ महीने पहले मशरक पुलिस ने बड़ी मात्रा में अवैध स्प्रिट जब्त की थी। इनमें एक ड्रम स्प्रिट, जिसमें 210 लीटर स्प्रिट भरी थी, उसे थाना परिसर से गायब करके बेच दी गई। गांव के लोगों का दबी जुबान से कहना है कि मशरक थाने के चौकीदारों ने इस ड्रम को चोरी से शराब माफिया को बेच दिया। तत्पश्चात, इन शराब व्यापारियों ने इसी स्प्रिट से जहरीली शराब तैयार की, जिसे पीने से इतने लोगों की मौत हो गई। हालांकि कोई भी ग्रामीण इस बात को खुलकर नहीं बोल रहा है।
वहीं जो वीडियो अभी मिला उसे देखकर लग रहा है कि मशरक थाना परिसर में रखे ड्रामों की कतार से एक ड्रम गायब है, जिसकी गवाही जमीन पर बना ड्रम के आकार का गोल घेरा और घेरे में दबी हुई घास दे रही है। हालांकि इस घटना में जब सारण पुलिस अधीक्षक से पूछा किया उन्होंने इसे अफवाह बताया। उन्होंने कहा कि जांच की दिशा भटकाने के लिए ऐसी बातें फैलाई जा रही हैं। वहीं जहरीली शराब मामले की तहकीकात के लिए SIT गठित कर दी गई है। एक अतिरिक्त एसपी इस टीम का नेतृत्व करेंगे। पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार ने मीडिया को बताया कि SIT में कुल 31 पुलिस अधिकारीयों को सम्मिलित किया गया है। इसमें तीन डीएसपी स्तर के अफसर भी सम्मिलित हैं।
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