कटिहार: बिहार में सम्पति विवाद में एक परिवार को घर में जिंदा जलाने की कोशिश की गई. जिसके कारण इस घटना में दो बच्चों की मोके पर ही मौत हो गई, जबकि दंपति की हालत गंभीर बताई जा रही है. यह मामला बिहार के कटिहार जिले के आजमनगर थाना का बताया जा रहा है. जहा रमज़ान के पाक महीने में अब्दुल रहमान ने महादलित परिवार को झोपड़ी में बांधकर जिंदा जलाया. सवाल अब नीतीश कुमार के सुशासन,लोकतंत्र के दावे और पुलिस सब से है कि जिन्दगिया जली मगर किसी को कोई खबर नहीं लगी क्योकि मरने वाले गरीब परिवार से थे .
यह मामला भूमि विवाद का बताया जा रहा है. पुलिस हर एंगल से मामले की छानबीन कर रही है. पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है. जानकारी के अनुसार रविवार की रात जब पीड़ित परिवार के लोग जब अपने घर में सोए हुए थे, तभी कुछ लोगों ने घर का दरवाजा बाहर से बंदकर घर में आग लगा दी. घटना के बाद बज्जन और उसकी पत्नी गंभीर रूप से झुलस गए. घायल अवस्था में दोनों को कटिहार के सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां दोनों की स्थिति गंभीर बताई जा रही है. जबकि इस घटना में उनके दो बच्चों प्रीति और किरण की मौत हो गई.
बिहार के आजमनगर थाना क्षेत्र के घोरदह गांव में बज्जन दास गांव के ही एक चौक के पास अपनी एक चाय की दुकान लगाते थे. और इसी जमीन को लेकर गांव के कुछ लोगों से इनका विवाद शुरू हो गया था. अब पुलिस मामले की सभी तरह से छानबीन कर रही है.आप तस्वीरो में इसके वीभत्स होने का अंदाजा लगा सकते है की किस तरह से इंसानी जिन्दगिया जल गई है और देश और दुनिया के हाल चाल की खबर रखने का दावा करने वाले पुलिस कर्मी, नेता और मीडिया का ध्यान इस दरिंदगी पर अब तक नहीं गया या शायद जानबूझकर नहीं दिया गया क्योकि मामला हाई प्रोफाइल नहीं होते हुए किसी गरीब से ताल्लुक रखता है.
अब बाल गृह में भी हुआ बच्चों का शोषण