बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा 10वीं की परीक्षा के परिणाम घोषित किये जाने से पहले ही गोपालगंज केंद्र से 42 हजार से ज्यादा उत्तर पुस्तिकाएं गायब होने की सूचना सामने आई थी. अब इस मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस का कहना है कि आंसर शीट्स को एक कबाड़ी की दूकान पर बेचा गया था. पुलिस ने कबाड़ी और उस ऑटो चालक को गिरफ्तार कर लिया है जिसने उत्तर पुस्तिकाएं कबाड़ी की दूकान में पहुंचाई थी.
गोपालगंज के पुलिस अधीक्षक रशीद जमां ने बताया कि स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम की अब तक की जांच में पता चला है कि शहर के एसएस बालिका उच्च विद्यालय के स्ट्रॉन्ग रूम से गायब मैट्रिक की करीब 42 हजार कॉपियों को स्कूल के आदेशपाल छठू सिंह ने एक कबाड़ दुकानदार के हाथों बेचा था. उन्होंने बताया कि कबाड़ व्यवसायी पप्पू गुप्ता बरौली के सिसई गांव का रहने वाला है जबकि ऑटो चालक संजय कुमार हजियापुर के कैथवलिया निवासी है.
रशीद जमां का कहना है कि दोनों ने कबूल किया है कि रद्दी के नाम पर काफी कागज़ खरीदे थे. पुलिस ने कबाड़ की दुकान से पांच खाली बैग भी बरामद किए है. जमां ने बताया, 'स्कूल के स्ट्रॉन्ग रूम से आदेशपाल छठू सिंह ने कॉपियों को निकाल कर बेचा था. कॉपियों को ऑटो से ले जाकर कबाड़ दुकान तक पहुंचाया गया. कॉपियां तीन से पांच जून के बीच में बेची गईं.' बता दें कि एसएस बालिका उच्च विद्यालय में नवादा जिले की 10वीं कक्षा की परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया गया था. इसी क्रम में जब टॉपर छात्रों की कॉपियां रीचेकिंग के लिए दोबारा मांगी गई तो स्ट्रॉन्ग रूम से 42 हजार से ज्यादा उत्तर पुस्तिकाएं गायब पाई गईं थी.
बैंकॉक में एक साथ मस्ती कर रहे हैं ये बॉलीवुड स्टार
सरकारी बंगले में तोड़फोड़ के मामले में अखिलेश यादव की मुश्किलें बढ़ीं
झूठी निकली यूपी के लड़कों की पत्थरबाजी वाली कहानी