पटना: बिहार में सभी अध्यापकों के लिए राहत भरी खबर है। नीतीश सरकार उनको नए वर्ष का तोहफा देने जा रही है। बिहार सरकार ने सभी कोटि के प्रारंभिक स्कूलों से लेकर माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत साढ़े तीन लाख अध्यापकों तथा पुस्तकालयाध्यक्षों के वेतनवृद्धि के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं।
वही इसके साथ ही बिहार में अध्यापक वेतन में इजाफे की मांग बहुत वक़्त से कर रहे हैं। 12 नवम्बर 2021 को जारी पे-मैट्रिक्स में 1 अप्रैल 2021 के असर से जिन अध्यापकों, पुस्तकालयाध्यक्षों के वेतन का निर्धारण होगा, उन्हें वार्षिक वेतनवृद्धि का फायदा 1 जनवरी 2022 से देय होगा। वही इस खबर बिहार के अध्यापकों को भारी राहत मिलने वाली हैं।
वही दूसरी तरफ राज्य में बेरोजगारी एक बड़ा मसला है। इस बेरोजगारी की ही वजह से प्रत्येक वर्ष सैंकड़ों युवा घर छोड़ दूसरे प्रदेशों का रुख करते हैं। वही इस बार छठ के मौके पर बेरोजगारी सुर्ख़ियों में है। दरअसल, बिहार के आरा में आदर्श कला मंदिर की तरफ से छठ के मौके पर एक झांकी सजाई गई है। यह झांकी है बेरोजगारी की। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी इस झांकी की तस्वीर को साझा किया है। वही छठ के मौके पर इस प्रकार की झांकी पर तेजस्वी यादव ने निशाना साधा है। इसे साझा करते हुए RJD ने लिखा है- बिहार के आरा में एक छठ पूजा ऐसी भी....क्योंकि बिहार को 16 वर्षों में नीतीश सरकार ने बेरोजगारी का केंद्र बना डाला है।
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