पटना। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव पर संकट के बादल मंडराने के ही साथ अब महागठबंधन के भविष्य को लेकर सवाल किए जा रहे हैं। बिहार राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पार्टी के विधायकों, सांसदों जिला पदाधिकारियों की बैठक आयोजित की है। बिहार सरकार के सहयोगी और आरजेडी के प्रमुख लालू प्रसाद यादव व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव द्वारा सीबीआई के छापों के बाद बैठक आयोजित की जा रही है।
गौरतलब है कि सोमवार को ही आरजेडी के अध्यक्ष लालू यादव के वापस आ जाने के बाद बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में यह निर्णय लिया गया कि बिहार के उपमुख्यमंत्री पद पर तेजस्वी यादव ही बने रहेंगे। सीबीआई के छापों के बाद इस तरह की बैठक आयोजित की जा रही है। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने आरजेडी विधायकों की बैठक आयोजित की।
बैठक में निर्णय लिया गया कि तेजस्वी यादव इस्तीफा नहीं देंगे। दूसरी ओर यह जानकारी सामने आई है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अस्वस्थ्य होने के कारण 10 जुलाई को लोकसंवाद कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया। भारतीय जनता पार्टी के विरूद्ध महागठबंधन को आगे बढ़ने से रोकने की कार्रवाई की जा रही है।
लालू प्रसाद यादव के पुत्र और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का नाम सीबीआई की चार्जशीट में आ जाने के बाद नीतीश कुमार को तय करने की बात कही गई कि तेजस्वी यादव को कैबिनेट में रहना चाहिए या फिर नहीं रहना चाहिए। गौरतलब है कि भाजपा के नेता व अन्य नेताओं ने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को उपमुख्यमंत्री पद से निलंबित करने की मांग की है।
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